कितनी बार मोजा पहनने के बाद धुलना चाहिए, एक्सपर्ट ने बताया

दिखने में साफ लगने वाले इस एक कपड़े को दोबारा पहनना सेहत के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. इसमें दिनभर जमा होती है इतनी गंदगी और कीटाणु कि रीवियर करना इंफेक्शन और बदबू को तेजी से बढ़ा देता है. जानें क्यों मोजे कभी दोबारा नहीं पहनना चाहिए.

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कपड़ों पर गंदगी बेशक ना दिखती हो, लेकिन उनमें किटाणु घुस जाते हैं. (Photo: ITG) कपड़ों पर गंदगी बेशक ना दिखती हो, लेकिन उनमें किटाणु घुस जाते हैं. (Photo: ITG)

आजतक लाइफस्टाइल डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 11 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:40 PM IST

हममें से ज्यादातर लोग जीन्स, टी-शर्ट या जैकेट तो आराम से दोबारा पहन लेते हैं, क्योंकि वो ज्यादा गंदे नहीं दिखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी अलमारी में एक ऐसा कपड़ा भी मौजूद है, जो गलती से भी बिना धुले दोबारा नहीं पहनना चाहिए लेकिन आप उसे अक्सर कई बार पहननते हैं? ये पढ़कर आप सोच में जरूर पड़ गए होंगे कि आखिर वो कपड़ा कौन सा है? अगर सोच रहे हैं तो दिमाग पर ज्यादा जोर मत डालिए क्योंकि हम आपको बता दें, वो कपड़ा मोजे हैं.

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सारा दिन जूते में बंद पैर… ऊपर से चलना-फिरना, पसीना, धूल-मिट्टी और फिर जब जूते खोलते ही मोजों से निकली ऊफ वाली बदबू नाक पर पड़ती है, तो लगता है कि आखिर ऐसा होता कैसे है? कई लोग तो इन्हें भी जीन्स-टीशर्ट की तरह दोबारा पहन ही लेते हैं, लेकिन सच मानिए… मोजे इतनी जल्दी गंदे और बदबूदार क्यों होते हैं, इसका जवाब जानने के बाद आप शायद ऐसा दोबारा सोचें ही नहीं! क्योंकि दिखने में भले मोजे एकदम ठीक लगें, लेकिन उनके अंदर दिनभर क्या-क्या जमा होता है, ये सुनकर कोई भी चौंक जाएगा.

तो फिर चलिए जानते हैं कि मोजे इतनी जल्दी बदबूदार क्यों हो जाते हैं? गंदे मोजे दोबारा पहनने से क्या-क्या परेशानियां हो सकती हैं? और पैरों व मोजों की सही सफाई कैसे की जाए?

मोजे क्यों इतनी जल्दी हो जाते हैं बदबूदार?
1. पैरों में पसीना बनाने वाले ग्लैंड्स बहुत ज्यादा होते हैं. पसीना खुद तो बदबू नहीं करता, लेकिन जैसे ही पसीना और डेड स्किन बैक्टीरिया के कॉन्टैक्ट में आते हैं, बदबू शुरू हो जाती है.

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2. मोजे इस पसीने को पूरी तरह सोख लेते हैं और फिर वही नम जगह बैक्टीरिया और फंगस के लिए एकदम बढ़िया घर बन जाती है.

3. साथ ही, मोजों में सिर्फ पैरों की गंदगी ही नहीं होती चलते समय जमीन, जिम, घर या जूतों से भी तरह-तरह के कीटाणु उन पर चिपक जाते हैं.

रिसर्च तो यहां तक कहती है कि मोजों में टी-शर्ट के मुकाबले कई गुना ज्यादा बैक्टीरिया पाए जाते हैं. यानी मोजे दिखने में भले साफ लगें, लेकिन अंदर बहुत सी गंदगी और कीटाणु छिपे हो सकते हैं.

गंदे मोजे दोबारा पहनने से क्या हो सकता है?

1. गंदे मोजों में रहने वाले कीटाणु सिर्फ पैरों तक नहीं रहते, बल्कि आपके बिस्तर, फर्श, सोफे और जूतों तक भी फैल सकते हैं.

2. ऐसे मोजे बार-बार पहनने से फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, खासकर Athlete's Foot (पैरों में दाद) जैसी दिक्कतें जल्दी हो सकती हैं.

3. अगर आपको पहले से कोई फंगल प्रॉब्लम है, तो गंदे मोजे उस इंफेक्शन को और ज्यादा बढ़ा देते हैं.

4. इसके अलावा, अगर आपके जूते गीले रहते हैं और आप उन्हें बार-बार पहनते हैं, तो बदबू और इंफेक्शन दोनों तेजी से बढ़ सकते हैं.

पैरों और मोजों की सही तरीके से सफाई कैसे करें?

1. रोज नए मोजे पहनें: एक बार पहने हुए मोजे दोबारा बिल्कुल न पहनें, चाहे वो ऊपर से साफ ही क्यों न लग रहे हों. उनमें छिपी गंदगी दिखती नहीं है.

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2. दिन में दो बार पैर धोएं: पैरों को अच्छी तरह साबुन से धोएं और फिर पूरी तरह सुखाएं. खासकर उंगलियों के बीच की जगह बिल्कुल गीली न रहने दें.

3. सही तरह के मोजे पहनें: कॉटन, बैंबू या एंटी-माइक्रोबियल फैब्रिक वाले मोजे पसीना कम पकड़ते हैं और बदबू भी कम करते हैं.

मोजे कैसे धोएं?
मोजों को उलटकर अंदर की तरफ करके धोएं, ताकि सारी गंदगी और पसीना निकल जाए. गर्म पानी (करीब 60°C) में धोना सबसे अच्छा होता है. इससे बैक्टीरिया और फंगस मर जाते हैं. अगर आप ठंडे या नॉर्मल पानी में धोते हैं, तो मोजों को खूब धूप में सुखाएं या बाद में हल्का स्टीम-आयरन कर लें.

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