डार्क अंडरआर्म्स को ना लें हल्के में, खतरनाक बीमारी का हो सकता है संकेत

बहुत से लोगों को डार्क अंडरआर्म्स की समस्या का सामना करना पड़ता है. अंडरआर्म्स डार्क होने के कई कारण हो सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं अंडरआर्म्स के डार्क होने के पीछे कई मेडिकल कारण भी हो होते हैं. तो आइए जानतेे हैं क्यों होते हैं अंडरआर्म्स डार्क और इसके पीछे कौन सी बीमारियां मुख्य कारण हो सकती हैं.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST
  • अंडरआर्म्स का काला होना एक स्किन कंडीशन है
  • डार्क अंडरआर्म्स को ब्राइट करने के लिए कुछ घरेलू उपाय आपके काम आ सकते हैं

आमतौर पर अंडरआर्म्स का कलर हमारी बाकी स्किन के कलर से मैच करता है. लेकिन कई बार, हमारे आर्म्स की स्किन काली पड़ने लगती है. वैसे तो डार्क अंडरआर्म्स किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं देते लेकिन इनकी वजह से लोगों को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. खासतौर पर महिलाएं जो स्लीवलेस कपड़े पहनना पसंद करती हैं. उन्हें इससे काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ती है. अंडरआर्म्स का काला होना एक स्किन कंडीशन हैं जिसे अकन्थोसिस निगरिकन्स कहा जाता है. इसमें कुछ जगहों की स्किन काफी डार्क और टाइट होने लगती है. 

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इस जगहों की स्किन होने लगती है डार्क

- आर्म्स
- गर्दन के पीछे
- पेट और जांघ के बीच
- कोहनी
- घुटने

इन जगहों पर आपको खुजली और स्मैल की समस्या भी हो सकती है. 

किन बीमारियों के चलते अंडरआर्म्स होते हैं डार्क

मोटापा- ज्यादा वजन के कारण आपका शरीर इंसुलिन के प्रभावों के प्रति काफी ज्यादा प्रतिरोधी हो जाता है. यह हार्मोन आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. ब्लड में इंसुलिन का उच्च स्तर स्किन पिगमेंट सेल्स का उत्पादन बढ़ाता है. जिन लोगों का भी वजन आइडियल बॉडी वेट से ज्यादा होता है, उन्हें डार्क अंडरआर्म्स की समस्या का सामना करना पड़ता है.

टाइप 2 डायबिटीज- मोटापे के कारण टाइप-2 डायबिटीज का भी खतरा रहता है. यह बीमारी शरीर में ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने से होती है. जिन लोगों में टाइप-2 डायबिटीज के लक्षण नजर आते हैं, उनमें अकन्थोसिस निगरिकन्स का खतरा ज्यादा होता है. 

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हार्मोन सिंड्रोम्स- कुछ समस्याएं जिनके चलते इंसुलिन लेवल में उतार-चढ़ाव आता है, उससे भी अकन्थोसिस निगरिकन्स की समस्या हो सकती है जैसे-

-पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
- कुशिंग सिंड्रोम
- एक्रोमेगाली 
- हाइपोथायरायडिज्म

मेडिकेशन- कुछ दवाइयों के कारण भी इंसुलिन का लेवल बढ़ जाता है, जिससे अंडरआर्म्स डार्क होने लगते हैं. इसमें ये चीजें शामिल हैं- 

- इंसुलिन
- बर्थ कंट्रोल पिल्स
- नियासिन का अधिक सेवन
- ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन

कैंसर- कुछ मामलों में स्किन का अचानक से डार्क होना कैंसर का कारण हो सकता है. ऐसा होने पर यह आपके पेट, लिवर और कोलन पर असर डालता है. 

डार्क अंडरआर्म्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

डार्क अंडरआर्म्स को ब्राइट करने के लिए कुछ घरेलू उपाय आपके काम आ सकते हैं. जैसे- 

- सी कुकुंबर एक्सट्रैक्ट
- करक्यूमिन 
- मिल्क थिसल एक्सट्रैक्ट

इन प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से आपके अंडरआर्म्स ब्राइट हों इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में इनका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.

लाइफस्टाइल में बदलाव- मोटापा अंडरआर्म्स के डार्क होने का एक मुख्य कारण है. ऐसे में वजन कम करके इससे छुटकारा पाया जा सकता है. साथ ही वजन कम करने से डायबिटीज की समस्या को भी कंट्रोल किया जा सकता है. इसके अलावा, अगर आपको लगता है कि कोई दवाई खाने से आपको डार्क अंडरआर्म्स की समस्या हो रही है, तो इसके लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.

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डॉक्टर को कब दिखाएं

हालांकि डार्क अंडरआर्म्स की समस्या खतरनाक नहीं होती, लेकिन अगर आपको डायबिटीज या थायरॉइड की समस्या है तो डर्मेटोलॉजिस्ट को जरूर दिखाएं. साथ ही अगर आपकी स्किन पर अचानक से डार्क पैच बनने लग गए हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. क्योंकि यह कैंसर जैसी किसी गंभीर बीमारी का एक लक्षण हो सकता है.

 

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