Perfect Masala Chai: चाय हिंदुस्तानियों के लिए सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि दिनभर की थकान मिटाने का सबसे आसान तरीका है. सुबह की नींद भगानी हो या शाम को सुकून के दो पल चाहिए हों, तो एक कप गरम चाय हर मूड में फिट बैठती है. यूं तो कई दशकों से भारतीय रसोइयों में चाय बनती आई है, लेकिन अभी भी 90% घरों में चाय गलत तरीके से बनाई जाती है. नतीजतन कई बार ऐसा होता है कि कभी चाय इतनी बढ़िया बन जाती है कि दिल खुश हो जाए और कभी स्वाद ऐसा बिगड़ता है कि पूरा मूड ऑफ हो जाता है.
यही वजह है कि लोग कहते हैं, चाय बनाना भी एक कला है. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है और आप चाहते हैं कि आपकी चाय हर बार एक जैसी कड़क, खुशबूदार और मजेदार बने, तो बस चाय बनाने का तरीका थोड़ा सही करना होगा. सही तरीका अपनाएंगे तो चाय भी परफेक्ट बनेगी और मूड भी हमेशा फ्रेश रहेगा. यूट्यूब पर भरत किचन नामक चैनल चलाने वाले शेफ भरत ने चाय बनाने का सही तरीका बताया है, जिसे फॉलो करके आप हर बार कड़क, खुशबूदार और मजेदार चाय का मजा ले पाएंगे.
चाय बनाने के लिए चाहिए सिर्फ 4 चीजें
शेफ भरत कहते हैं अच्छी चाय बनाने के लिए ज्यादा इंग्रेडिएंट्स नहीं, बस चार चीजें चाहिए होती हैं. मजेदार, स्वाद से भरपूर और कड़क चाय बनाने के लिए बस पानी, चाय पत्ती, दूध और चीनी ही काफी हैं. इन चारों को कब और कितनी मात्रा में डालना है, यही स्वादिष्ट चाय बनाने का असली खेल है.
चाय बनाने की शुरुआत हमेशा पानी से करें
अच्छी चाय की नींव पानी से ही पड़ती है. शेफ भरत कहते हैं जितने कप चाय बनानी हो, उतना ही पानी लेना चाहिए. पानी को पहले अच्छे से उबालना बहुत जरूरी है. जब तक पानी तेज उबाल पर न आ जाए, तब तक अगले स्टेप की तरफ नहीं बढ़ना चाहिए. इसी उबलते पानी में चाय का असली बेस तैयार होता है, जिससे बाद में स्वाद और रंग दोनों सही आते हैं.
मसाले और अदरक कब डालें, यही है असली ट्रिक
अगर आप अदरक या मसाले वाली चाय पसंद करते हैं, तो इन्हें हमेशा उबलते पानी में ही डालना चाहिए. इससे अदरक और मसालों का पूरा फ्लेवर पानी में अच्छे से निकल जाता है. ठंडे पानी में अदरक डालने से स्वाद नहीं आता और दूध में सीधे डालने से दूध फटने का खतरा भी रहता है. इलायची का छिलका इसी समय डालना बेहतर रहता है, जबकि उसके दाने आखिर में डालने चाहिए, ताकि खुशबू बनी रहे.
चाय पत्ती डालते समय रखें ये ध्यान
शेफ भरत कहते हैं घरों में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली सीटीसी चाय पत्ती को हमेशा उबलते पानी में ही डालना चाहिए. चाय पत्ती को कम से कम तीन से पांच मिनट तक उबलने देना जरूरी है. इसी दौरान चाय का सही रंग और कड़कपन आता है. यही वजह है कि शुरुआत में पूरा पानी लिया जाता है, क्योंकि उबालने के दौरान पानी की मात्रा अपने आप कम हो जाती है.
दूध से तय होता है चाय का असली स्वाद
चाय का स्वाद काफी हद तक दूध पर निर्भर करता है. शेफ भरत के अनुसार, अगर आपको क्रीमी और शाही चाय पसंद है तो फुल क्रीम दूध सही रहता है. कड़क चाय के लिए टोंड दूध अच्छा ऑप्शन है, जबकि बैलेंस्ड स्वाद के लिए गाय का दूध का इस्तेमाल किया जा सकता है. दूध डालते वक्त ध्यान रखें कि वह रूम टेंपरेचर पर हो, ताकि चाय का उबाल और पकने की प्रॉसेस अचानक न रुके.
उबाल देखकर पहचानें कि चाय बन चुकी है
दूध डालने के बाद चाय को धीमी आंच पर उबालना चाहिए. पहले हल्के और छोटे बुलबुले दिखते हैं, फिर धीरे-धीरे बड़े बुलबुले आने लगते हैं. यही संकेत है कि दूध और चाय अच्छे से मिल चुके हैं और चाय गाढ़ी होकर तैयार हो गई है.
सर्व करने से पहले खुशबू बढ़ाने का तरीका
चाय छानने से ठीक पहले थोड़ा सा इलायची पाउडर या दालचीनी पाउडर डालने से उसकी खुशबू और स्वाद दोनों और ज्यादा बढ़िया हो जाते हैं. इससे चाय पीना सिर्फ स्वाद का नहीं, बल्कि एक पूरा एहसास बन जाता है.
सही तरीका अपनाएं, हर बार परफेक्ट चाय पाएं
अगर आप चाय बनाते समय इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे, तो आपकी चाय कभी खराब नहीं बनेगी. हर बार वही रंग, वही खुशबू और वही स्वाद मिलेगा, जो आपकी चाय को सच में खास बना देगा.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क