हमारे घरों में छाछ पीने की परंपरा बहुत पुरानी है. दही को मथकर तैयार की गई छाछ को हमेशा से हेल्दी माना गया है. अक्सर लोग गर्मियों में तो खूब छाछ पीते हैं लेकिन ठंड आते ही लोग इसे पीना कम कर देते हैं. लेकिन आयुर्वेद के अनुसार छाछ हर मौसम में शरीर के लिए फायदेमंद होती है. यह न सिर्फ प्यास बुझाती है बल्कि भोजन को पचाने में भी मदद करती है. दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट के अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाते हैं जो सर्दियों में भी डाइजेशन को बेहतर करने और इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं. ऐसे में आप सर्दियों में भी छाछ पी सकते हैं बस इसे ज्यादा ठंडा करके पीने से बचना चाहिए.
आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने हाल ही में एक पोस्ट में रोजाना छाछ पीने के फायदों के बारे में बताया है. उनका कहना है कि छाछ हर मौसम में फायदेमंद होती है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं. इसे खाने के साथ लेने से अपच, भूख न लगने तथा ब्लोटिंग की समस्या दूर होती है. सेंधा नमक, भुना जीरा और काली मिर्च मिलाकर बनाया गया छाछ न सिर्फ टेस्टी होता है, बल्कि इसे पीने से खाना भी जल्दी पचता है.
छाछ फायदेमंद क्यों है?
छाछ में कैल्शियम, प्रोबायोटिक्स और इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में होते हैं. यह पेट के तापमान को बैलेंस रखती है और डाइजेशन सिस्टम को एक्टिव बनाती है. जिन लोगों को भोजन के बाद भारीपन, गैस या सूजन महसूस होती है, उनके लिए छाछ काफी फायदेमंद है.
इसमें डाले जाने वाला सेंधा नमक शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करता है, भुना जीरा डाइजेशन को बेहतर करता है और काली मिर्च पेट की गैस कम कर पेट को हल्का करती है.
हेल्दी छाछ कैसे बनाएं?
एक गिलास छाछ लें. इसमें एक चुटकी सेंधा नमक, आधा चम्मच भुना जीरा पाउडर और चुटकीभर काली मिर्च मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें. इसे खाने के साथ या खाने के बाद पी लें. ध्यान रहें कि सर्दियों में छाछ में मिलाया गया पानी बहुत ठंडा न हो.
किसे छाछ नहीं पीना चाहिए?
जिन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम होता है, उन्हें सावधानी से लेना चाहिए. वहीं, जिन लोगों को बहुत अधिक एसिडिटी की समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद ही छाछ पीना चाहिए.
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