कर्नाटक कांग्रेस के अंदर चल रही मुख्यमंत्री बनाम उपमुख्यमंत्री की खींचतान के बीच, विधानसभा सत्र के आखिरी दिन बेलगावी में डिनर पॉलिटिक्स जारी रही. सीनियर कांग्रेस नेता और मंत्री सतीश जारकीहोली ने गुरुवार देर रात बेलगावी के कुवेम्पु नगर में अपने घर पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कैंप के माने जाने वाले नेताओं के लिए डिनर का आयोजन किया.
डिनर में मौजूद लोगों में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, गृह मंत्री जी परमेश्वर, मंत्री एचसी महादेवप्पा, मंत्री ज़मीर अहमद खान और विधायक पोनन्ना के अलावा दो-तीन अन्य विधायक भी शामिल थे.
सिद्धारमैया और महादेवप्पा एक ही कार में साथ आए, जिससे कैंप के अंदर तालमेल का संकेत मिला.
'अगर सत्ता बदलती है...'
सूत्रों के मुताबिक, डिनर मीटिंग में शामिल नेताओं ने मुख्यमंत्री से कहा, "अगर लीडरशिप बदलने की बात तेज़ होती है, तो वे आसानी से कुर्सी न छोड़ें." जानकारी के मुताबिक, उन्होंने चेतावनी दी है कि सिद्धारमैया को हटाने से कांग्रेस के पिछड़े वर्ग के वोट बैंक पर काफी असर पड़ सकता है.
सूत्रों ने आगे बताया कि नेताओं ने इस बात पर चर्चा की है कि अगर लीडरशिप बदलने का मुद्दा औपचारिक रूप से उठता है, तो मुख्यमंत्री को पार्टी हाई कमान को इसके राजनीतिक नतीजों के बारे में कैसे बताना चाहिए. जानकारी के मुताबिक, मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा हुई है कि अगर सिद्धारमैया को पद छोड़ने के लिए कहा जाता है, तो दिल्ली में किन नेताओं से बात करनी चाहिए और मैसेज कैसे दिया जाना चाहिए.
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डीके शिवकुमार ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री के खेमे का मानना है कि लीडरशिप में बदलाव की लगातार अटकलों के बीच सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार दोनों को जल्द ही दिल्ली बुलाया जा सकता है.
डिनर मीटिंग के बारे में सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, "उन्हें डिनर मीटिंग करने दीजिए. मैं खुश हूं. मुझे जवाब क्यों देना चाहिए? डिनर के लिए मिलने में क्या गलत है?"
यह डिनर मीटिंग मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच पावर-शेयरिंग अरेंजमेंट को लेकर लगातार चल रही अटकलों के बीच हुई है, जो कर्नाटक में सरकार बनते वक्त कांग्रेस लीडरशिप के फॉर्मूले का हिस्सा था.
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सगाय राज / नागार्जुन