पहाड़ी इलाकों में जहां बरसात के चलते कई जिले पूरी तरह प्रभावित नजर आ रहे हैं तो वहीं कई मैदानी इलाकों में भी झमाझम बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है. वहीं, उत्तराखंड में आफत की बारिश अभी थमने का नाम नहीं ले रही है. मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के बीच सावधानी बरतने की अपील की जा रही है.
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है. देहरादून के ज्यादातर क्षेत्रों में रुक-रुककर तेज बौछारें पड़ रही हैं. भारी बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण जनजीवन प्रभावित है. देहरादून में आज कई जगहों तेज़ बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा देहरादून नगर निगम क्षेत्र और रायपुर क्षेत्र में स्कूलों की छुट्टी है. बारिश के अलर्ट को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों को आज, 8 अगस्त को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है.
कई जिलों में बरसात की संभावना
मौसम विभाग की ओर से देहरादून में खासतौर पर सहस्त्रधारा और मालदेवता क्षेत्र में आज तेज़ बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके इलावा कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके बाद ख़तरा बढ़ गया है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में आज देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर तथा पिथौड़ागढ़ जनपदों में भारी वर्षा के आसार हैं. इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है. अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती हैं.
15 अगस्त तक बारिश का अलर्ट
पिछले दिनों भी बारिश का दौर रहा, जिसके बाद शहरी क्षेत्रों में कहीं-कहीं धूप भी खिली. सहस्रधारा, मालदेवता, पुरकल, गुनियाल गांव, मोहकमपुर आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा दर्ज की गई. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, 15 अगस्त तक प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम का मिजाज इसी तरह का बना रहेगा. अगले दो दिन तक प्रदेश में कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती हैं. तापमान की बात करें तो देहरादून में इन दिनों न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री के बीच और अधिकतम तापमान 30 से 31 के बीच रह सकता है.
उफान पर तमसा नदी
बता दें कि सोमवार को टोंस की एक छोटी नदी तमसा उफान पर आ गई, जिससे देहरादून के मशहूर टपकेश्वर मंदिर में जल अटैक देखने को मिला. तमसा नदी टपकेश्वर महादेव मंदिर के बीचों बीच होकर गुजरती है. तमसा का विकराल रूप देखकर लोग हैरान रह रह गए हैं. पिछले साल भी ज़बरदस्त आक्रोश के साथ बह रही तमसा नदी ने टपकेश्वर महादेव मंदिर का एक पैदल पुल क्षतिग्रस्त कर दिया था. टपकेश्वर महादेव मंदिर के अन्य वीडियो में देखा जा सकता है कि मंदिर की सीढ़ियों पर बरसाती पानी ने कब्जा कर लिया है.
वहीं, सहस्त्रधारा आईटी पार्क के दृश्य भी डरावने नज़र आए. जहां देखा जा सकता है कि मूसलाधार बारिश के बाद सहस्त्रधारा आईटी पार्क क्षेत्र में लोग और गाड़ियां फंसी नज़र आ रही हैं. ऐसा लग रहा है मानो किसी नदी ने पूरी सड़क को निगल लिया हो.
अंकित शर्मा