सिविल सेवा, JEE, NEET, आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग-अलग प्रशिक्षण केंद्र बनेंगे. हर जनपद में अभ्युदय लाइब्रेरी बनाई जाएगी. छात्रों के लिए ई-कंटेंट को डेवलप करने का काम उपाम करेगा. समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की समीक्षा बैठक की.
बैठक में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत ऑनलाइन एवं ऑफलाइन (हाइब्रिड) मोड में प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश दिए गए. अभ्युदय योजना के तहत पोर्टल और ई-लर्निंग कंटेंट विकसित करने के लिए उपाम को दायित्व दिया गया है.
हर जिले में बनाई जाएगी अभ्युदय लाइब्रेरी
प्रतियोगियों के विषय संबंधित संशय दूर करने के लिए योग्य अनुभवी और प्रोफेशनल व्याख्याताओं को इनपैनल्ड करते हुए संपर्क केंद्र बनाए जाने के निर्देश बैठक में दिए गए हैं. इसमे विभागीय छात्रावास, आश्रम पद्धति विद्यालयों और विभागीय प्रतिष्ठानों का प्रयोग करते हुए हर जिले में अभ्युदय लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी.
उपाम की तरफ से शिक्षकों के इनपैनल्ड किए जाने, प्रचार-प्रसार करने, छात्र संख्या बढ़ाने, विभिन्न पाठ्यक्रमों की प्रगति और इन्फ्रास्ट्रक्चर समीक्षा करने के बाद निर्देश जारी किए गए हैं.
आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की दी जाती है कोचिंग
बताते चलें कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का मकसद विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना है. इस योजना के तहत गरीब प्रतियोगी छात्रों को मुफ्त कोचिंग की सुविधा दी जाती है.
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत UPSC, UPPSC, NEET-JEE समेत कई प्रतियोगिताओं के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी. फ्री कोचिंग क्लासेज लेने के इच्छुक उम्मीदवार abhyuday.up.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टूडेंट्स को फ्री में कोचिंग दी जाती है.
अभिषेक मिश्रा