इलाहाबाद HC का आदेश, AMU में लाठी भांजने वाले पुलिसकर्मियों पर हो कार्रवाई

एएमयू वीसी को छात्रों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने का निर्देश दिया गया है ताकि भविष्य में अशांति की ऐसी घटनाएं न हों. एएमयू के पूर्व छात्र अमन खान और मोहम्मद आमिर ने एएमयू परिसर में पुलिस की बर्बरता का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की है.

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एएमयू छात्रों का सीएए के विरोध में प्रदर्शन (फाइल फोटो-ANI) एएमयू छात्रों का सीएए के विरोध में प्रदर्शन (फाइल फोटो-ANI)

नीलांशु शुक्ला

  • लखनऊ,
  • 25 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 8:52 AM IST

  • यूपी के डीजीपी को निर्देश जारी
  • नुकसान की रिकवरी पर रोक

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए जारी किए गए रिकवरी नोटिस पर रोक लगाने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सोमवार को यूपी के डीजीपी को निर्देश दिया कि वे मोटरसाइकिलों को नुकसान पहुंचाने और पिछले साल दिसंबर में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों पर लाठी भांजने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करें.

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इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और जस्टिस समित गोपाल की दो जजों की खंडपीठ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम द्वारा की गई सिफारिशों पर एक आदेश जारी किया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने एएमयू परिसर में सीएए के विरोध के दौरान हुई हिंसा और कथित रूप से पुलिस की अत्यधिक कार्रवाई की जांच की और अपनी रिपोर्ट सौंपी. उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है, जिन्हें सीसीटीवी फुटेज में छात्रों पर अनावश्यक रूप से लाठीचार्ज करते देखा गया है. सीसीटीवी फुटेज कोर्ट के समक्ष पेश किया गया है.

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राज्य सरकार और एएमयू वीसी को कैंपस में सीएए विरोध के दौरान घायल हुए छह छात्रों को मुआवजा देने के लिए नोटिस दिया गया है. अदालत ने डीजीपी को आदेश दिया कि यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया जाए कि पुलिस को तनावपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए खास ट्रेनिंग दी जाए. एएमयू वीसी को छात्रों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने का निर्देश दिया गया है ताकि भविष्य में अशांति की ऐसी घटनाएं न हों.

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एएमयू के पूर्व छात्र अमन खान और मोहम्मद आमिर ने एएमयू परिसर में पुलिस की बर्बरता का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की है. इस मामले पर अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी. इस महीने की शुरुआत में अदालत ने कानपुर निवासी मोहम्मद फैजान को मिले नोटिस पर रोक लगा दी थी जिसमें पिछले साल 20 दिसंबर को सीएए विरोध के दौरान हुई हिंसा में उनने भरपाई किए जाने का आदेश दिया गया था. मोहम्मद फैजान से भरपाई के लिए एडीएम ने नोटिस जारी किया था.

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इससे पहले अलीगढ़ में सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में जारी धरना-प्रदर्शन में रविवार को हालात बेकाबू हो गए. धरने पर बैठी महिलाओं को हटाने को लेकर बबाल हो गया. इसके बाद कई खोखों में आग लगा दी गई. ऊपरकोट के बाद बाबरी मंडी और घास की मंडी में पथराव किया गया और कई बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस की बैरिकेडिंग को भी फूंक दिया गया. पुलिस ने कहा कि महिलाओं ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव किया. इसके बाद स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने कहा कि इस मामले में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं की पहचान की गई है. ऊपरकोट में भारी पुलिस फोर्स और आरएफ को तैनात किया गया है.

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