पिछले महीने 17 नवंबर को सऊदी अरब में उमराह के लिए जा रही एक बस हादसे का शिकार हो गई थी. इसमें हैदराबाद के कम से कम 45 भारतीय तीर्थयात्री मारे गए थे. बस मक्का से मदीना जा रही थी, तभी मफ्रिहात के पास एक डीजल टैंकर से टकरा गई थी.
'एक यात्री ने ड्राइवर से बस रोकने को कहा'
हैदराबाद के मोहम्मद अब्दुल शोएब इस हादसे के इकलौते जीवित बचे यात्री हैं. उन्होंने बताया कि यह हादसा कैसे हुआ और वह किस तरह उससे बचकर निकले. मोहम्मद अब्दुल शोएब ने बताया, 'हादसे के समय बस में कुल 46 यात्री थे. हम मदीना की ओर जा रहे थे, तभी एक यात्री ने ड्राइवर से बस रोकने को कहा. जैसे ही बस रुकी, पीछे से टैंकर ने टकरा दी.'
'खिड़की से कूदकर भाग गया ड्राइवर'
उन्होंने बताया, 'ड्राइवर खिड़की से भाग गया और किसी की मदद नहीं की. आग फैलने के बाद मैं भी खिड़की से कूदकर बचा, लेकिन मेरे कपड़े जल गए. मेरे साथ मेरे पिता, मां और नाना भी थे. अब मेरे पास कोई सहारा नहीं है, इसलिए मैं तेलंगाना सरकार से सरकारी नौकरी देने की अपील करता हूं.'
हादसे में 45 यात्रियों की जान चली गई थी और कई घायल भी हुए थे. स्थानीय अधिकारियों और आपातकालीन टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य शुरू किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त किया था.
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