दीपावली का त्योहार आने वाला है. उससे पहले प्रदूषण को लेकर राज्य सरकारें एक्टिव मोड में आ गई हैं. राजस्थान की सरकार ने भी दिवाली के त्योहार को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है. राजस्थान सरकार ने पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. राज्य सरकार की ओर से प्रदूषण नहीं बल्कि कोरोना को कारण बताया गया है. प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर रोक लागू हो गई है.
राजस्थान सरकार ने सर्दियों की शुरुआत से पहले ही प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है. सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 1 अक्टूबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लागू रहेगा. राज्य सरकार की ओर से पटाखों की बिक्री पर रोक चार महीने तक लागू रहेगी.
राजस्थान सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पटाखे जलाए जाने से पोस्ट कोविड समस्याओं में और इजाफा हो सकता है. इसे देखते हुए ही महामारी के इस समय में राज्य सरकार ने 1 अक्टूबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, गौर करने वाली बात ये भी है कि न तो राजस्थान में बिन पटाखों वाली ये पहली दिवाली होगी और ना ही राजस्थान पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला राज्य ही है.
राजस्थान सरकार ने पिछले साल दिवाली के समय भी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. साल 2020 की दिवाली भी राजस्थान में बिन पटाखों वाली ही मनी थी. राजस्थान से पहले दिल्ली सरकार भी 1 जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा चुकी है.
देव अंकुर