संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता शब्दों को लेकर राजनीतिक गलियारों में विवाद है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आपातकाल के दौरान प्रस्तावना में बदलाव किया गया और ये शब्द जोड़े गए, जबकि संविधान की मूल प्रस्तावना में ये नहीं थे. उन्होंने यह भी कहा कि संविधान की प्रस्तावना नहीं बदली जा सकती है. देखें...