उत्तर प्रदेश के इटावा और कानपुर में कथावाचकों के साथ हुई घटनाओं ने जाति और धार्मिक परंपराओं पर बहस छेड़ दी है. इटावा में कथावाचकों की पिटाई के मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे पीडीए यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक के अधिकार से जोड़ा है.