रामभद्राचार्य ने मोहन भागवत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भागवत हिंदू धर्म के प्रमुख नहीं हैं और उन्हें निर्देश देने का अधिकार नहीं है. रामभद्राचार्य ने कहा, 'जहां-जहां हमारे मंदिरों की प्रामाणिकता है, वो हमें चाहिए ही चाहिए.' संत रामभद्राचार्य से देखें पूरी बातचीत.