सूत्रों के अनुसार, तुर्किए ने पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के विरुद्ध गतिविधियों में भाग लिया, जिसमें पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए तुर्किए के साढ़े तीन सौ से ज़्यादा ड्रोन इस्तेमाल किए. इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत पर ड्रोन हमले करने में तुर्किए के सैन्य सलाहकारों ने पाकिस्तानी सेना की सहायता की और इस दौरान वे पाकिस्तान में मौजूद रहे.