लीडर ऑफ अपोजीशन का भाषण बड़ा चर्चा का विषय बनाउन्होंने प्रधानमंत्री के शेड्यूल और चुनाव आयोग की चुनाव सुधार प्रक्रिया पर सवाल उठाए। बताया गया कि मई 2014 से कांग्रेस ने किसी चुनाव सुधार का सुझाव चुनाव आयोग को नहीं दिया.