एक अधिकारी ने बताया कि देश की लॉजिस्टिक्स लागत जो पहले 16% थी, अब घटकर 10% हो गई है. उन्होंने दिसंबर के अंत तक इसे 9% तक लाने की गारंटी दी है, और अगले दो वर्षों के भीतर इसे 8% तक, चीन के बराबर करने का लक्ष्य रखा है. इस कमी से भारत का निर्यात डेढ़ गुना बढ़ने की उम्मीद है.