देश के कई शहरों में भारी बारिश के बाद सड़कों के धंसने और पुलों के ढहने की घटनाओं ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहाड़ों पर बादल फटने या फ्लैश फ्लड को कुदरती तबाही माना जा सकता है, लेकिन मैदानों में शहरों का पानी में डूबना और हाईटेक सिटी में सड़कों का धंसना कुदरती नहीं, बल्कि फितरती दिखता है.