अशोक कुमार मित्तल ने बिल ऑफ लैडिंग बिल पर चर्चा के दौरान अपने विचार रखे. उन्होंने 170 वर्ष पुराने कोलोनियल इरा के बिल ऑफ लैडिंग एक्ट 1856 को निरस्त करने के विधेयक का समर्थन किया, लेकिन इसे 'पुरानी बोतल में नई शराब' बताया.