अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत-पाकिस्तान सीज़फायर कराने और कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के दावों से भारतीय सियासत में हलचल है. भारत ने स्पष्ट किया है कि सीज़फायर पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ और इसमें किसी व्यापारिक धमकी की भूमिका नहीं है, साथ ही कश्मीर पर कोई तीसरा पक्ष स्वीकार्य नहीं होगा.