भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के बाद, कई नेताओं ने सेना के शौर्य की तारीफ करने के बजाय नुकसान की जानकारी मांगी थी. भारत के विपक्षी नेता यह जानना चाहते थे कि युद्ध में कितने राफेल मार गिराए गए हैं. राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भारत सरकार से पूछा था कि इस युद्ध में भारतीय सेना ने कितने फाइटर जेट्स गंवाए. चीन दरअसल एक प्रोपागंडा चला रहा था और वही प्रोपागंडा बार-बार पाकिस्तान की तरफ से और एक बहुत बड़े तबके की तरफ से देश में भी सामने रखा जा रहा था.