भारत में वैचारिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और डिजिटल गुलामी के दौर का उल्लेख है, जिससे अर्थव्यवस्था पर विदेशी कंपनियों का नियंत्रण हो सकता है. आह्वान किया गया है कि 'सभी प्रकार की विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना पड़ेगा' जिससे देश आत्मनिर्भर बने. यह भी कहा गया कि चीन को दिए पैसे से वह हथियार बनाता है और पाकिस्तान की मदद करता है.