चुनाव प्रचार से लौटते ही तबीयत बिगड़ी, UDF की महिला उम्मीदवार की मौत

केरल के मल्लपुरम जिले में स्थानीय निकाय चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस-नीत यूडीएफ की एक महिला प्रत्याशी की अचानक मौत हो गई. रविवार को प्रचार से लौटने के बाद सीने में दर्द होने पर उनकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. वहां दूसरे चरण में 11 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव होंगे.

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चुनाव से पहले उम्मीदवार की मौत  (Photo: Representational ) चुनाव से पहले उम्मीदवार की मौत (Photo: Representational )

aajtak.in

  • मल्लपुरम ,
  • 08 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

केरल में स्थानीय निकाय चुनाव से ठीक पहले एक बेहद दुखद घटना सामने आई है. कांग्रेस-नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की महिला उम्मीदवार वट्टथ हसीना की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई. यह घटना मल्लपुरम जिले की है, जहां आने वाले दिनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं, और हसीना चुनाव प्रचार में पूरी सक्रियता से जुटी हुई थीं.

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चुनाव से पहले प्रत्याशी की मौत

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक हसीना मूठेडम ग्राम पंचायत के पायिंपडम की सातवीं वार्ड से उम्मीदवार थीं और जीत को लेकर काफी आश्वस्त दिखाई दे रही थीं. रविवार को भी उन्होंने पूरे उत्साह के साथ अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रचार किया और मतदाताओं से समर्थन की अपील की थी. उनके परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने दिनभर लगातार प्रचार किया और शाम में घर लौटीं.

लेकिन उसी समय अचानक उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई. असहज महसूस होने पर वह जमीन पर गिर पड़ीं. परिजन उन्हें तुरंत पास के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उनकी जान बचाई नहीं जा सकी. यह सुनते ही परिवार और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई.

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11 दिसंबर को वोटिंग

हसीना की मौत ऐसे समय पर हुई है, जब मल्लपुरम जिला स्थानीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में मतदान के लिए तैयार है. चुनाव 11 दिसंबर को होने वाले हैं. इसके अलावा, पहले चरण का मतदान भी इसी सप्ताह मंगलवार को होना है. चुनाव की प्रक्रिया के बीच यूडीएफ उम्मीदवार के अचानक निधन की खबर ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया.

स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के अनुसार, हसीना हमेशा सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थीं और अपने क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ थी. चुनाव प्रचार के दौरान भी उनकी ऊर्जा और लोगों के प्रति समर्पण साफ दिखाई दे रहा था. पार्टी नेता और कार्यकर्ता हसीना के निधन को अपूरणीय क्षति मान रहे हैं.


 

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