झारखंड हो या छत्तीसगढ़... दोनों ही राज्यों में नक्सलियों की कहानी खत्म हो रही है. नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है. शनिवार सुबह झारखंड के लातेहार जिले में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को मार गिराया. इनमें 10 लाख रुपये का इनामी पप्पू लोहारा और 5 लाख रुपये का इनामी प्रभात गंझू का नाम शामिल हैं. ये दोनों नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद से जुड़े थे.
सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को अरेस्ट किया है. उसे घायल अवस्था में पकड़ा पाया है. मौके से एक इंसास राइफल भी बरामद की गई है. सुरक्षाबलों का कहना है कि जंगलों में अभियान अभी भी जारी है.
इससे पहले छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को 24 नक्सलियों ने सरेंडर कर किया है. जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है, उनमें बीजापुर निवासी हनुमंत राव, उसकी पत्नी मंगली कोरसा, संपत पुनेम, उसकी पत्नी लक्ष्मी पुनेम, राजू फारसा, दशरू कुंजाम, अर्जुन माड़वी, तुलसी कोरसा, उसका पति पायकु कोरसा, कुम्मी पोटाम, सुरदू मोडियाम, सुनिला ओयाम, छोटू कुंजाम, बुधी हेमला, रीना कोरसा, मुन्ना उईका, जीतू पुनेम, बोत्ती पुनेम, गंगा कुंजाम, गंगा माड़वी और सुकमा निवासी मुका माड़वी का नाम शामिल है.
किस पर कितना इनाम था...
पुलिस के मुताबिक, हनुमंत राव पर 10 लाख, मंगली, संपत, लक्ष्मी, राजू, दशरू, मुका, अर्जुन पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था. तुलसी और पायकु पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था. कुम्मी और सुदरू पर 2-2 लाख रुपए का इनाम था. सुनिला, छोटू, बुधी, रीना, मुन्ना, जीतू, बोत्ती पर एक-एक लाख रुपए का इनाम था. गंगा पर 50 हजार रुपए का इनाम था.
हनुमंत, 1997 से एक्टिव था. जबकि उसकी पत्नी मंगली 2003 से सक्रिय थी.
21 मई को मारे गए थे 26 नक्सली
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 21 मई को सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में 26 नक्सली मारे गए थे. ये एनकांउटर नारायणपुर-बीजापुर जिले की सीमा से सटे जंगलों में हुआ था. अधिकारियों का कहना था कि एनकाउंटर में पुलिस का एक 'सपोर्टर' मारा गया और एक पुलिस जवान घायल हो गया.
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि एनकाउंटर अबूझमाड़ और इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के बीच घने जंगलों में हुआ. चार जिलों की पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी. गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे शर्मा का कहना था कि 26 से ज्यादा नक्सली मारे गए.
मुनीष पांडे