पिछले करीब एक महीने से यूपी का संभल जिला चर्चा का विषय बना हुआ है. मस्जिद के सर्वे से शुरू हुई कहानी में अब तक कई मोड़ आए हैं. इसको लेकर सूबे और देश में सियासी उबाल भी है. लेकिन ये जानना जरूरी है कि आखिर संभल में अब तक क्या क्या खुलासे हुए हैं...
मस्जिद का सर्वे और मिल गया मंदिर...
संभल में बवाल तब शुरू हुआ जब कोर्ट ने शाही जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया. इस दौरान पुलिस पर पथराव हुआ. हिंसक झड़प में 4 लोगों की जान गई. माहौल खराब हो गया. इस हिंसा के बाद जब उपद्रवियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो बिजली चोरी का मामला सामने आया. लेकिन 14 दिसंबर को पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब दीपा राय इलाके में चेकिंग के समय अचानक एक मंदिर मिल गया जो कि सन 1978 का बताया जा रहा है. यह मंदिर 46 सालों से बंद था. जो सपा सांसद के घऱ से 200 मीटर की दूरी पर था.
इसके बाद 15 दिसंबर को मंदिर को खोला गया और वहां पूजा पाठ की गई. इसके बाद कुएं मिलने की जानकारी सामने आई और उसकी खुदाई कराई गई. वहीं, इसी बीच संभल के और इलाके सरायतरीन में भी मंदिर मिला.
5 तीर्थ और 19 प्राचीन कूप
इसके बाद संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने संभल में स्थित प्राचीन कार्तिकेय मंदिर की कार्बन डेटिंग की. इस प्रोसेस के लिए एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ टीम तैनात की गई थी. ASI ने संभल में पांच तीर्थ स्थलों और 19 प्राचीन कूपों का निरीक्षण भी किया.
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भद्रकाश्रम, स्वर्गदीप, चक्रपाणि, प्राचीन तीर्थ श्मशान मंदिर में सर्वे किया गया. क्षेत्र में मौजूद 19 प्राचीन कूपों की स्थिति और ऐतिहासिक महत्व का भी गहन अध्ययन किया गया.
कल्कि मंदिर में कृष्ण कूप का सर्वे
इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल के कल्कि मंदिर में स्थित प्राचीन कृष्ण कूप का सर्वे किया. इसके अलावा, मंदिर के अंदर जाकर भी मंदिर के पुजारी के साथ सर्वे किया गया. टीम ने मंदिर के अंदर बने हुए गुंबद का भी फोटो कैप्चर किया है.
अब मिली 250 फीट गहरी रानी की बावड़ी
इसी बीच चंदौसी में शनिवार को राजस्व विभाग ने एक जमीन की खुदाई की तो उसके नीचे एक विशालकाय बावड़ी मिली है. दो मंजिला इमारत और कुएं भी बताए जा रहे हैं. बता दें कि विपक्ष संभल में हो रहे घटनाक्रम को लेकर लगातार विरोध कर रहा है. इससे पहले पुलिस ने बड़े पैमाने पर बिजली चोरी और अवैध अतिक्रमण को लेकर संभल में अभियान चलाया था.
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