प्रवर्तन निदेशालय (ED) को तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी से पूछताछ करने के लिए आठ शर्तों का पालन करना होगा. गिरफ्तारी के बाद सेंथिल को सीने में दर्द उठ गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बालाजी की गिरफ्तारी का मुद्दा सत्र अदालत पहुंच गया था. जिसके बाद अब कोर्ट ने पूछताछ के लिए ईडी को 8 शर्तों का पालन करने के लिए कहा है.
पूछताछ के लिए रखी ये शर्तें
1. प्रवर्तन निदेशालय के उप निदेशक आरोपी को कावेरी अस्पताल से नहीं हटाएंगे.
2. अस्पताल में अभियुक्त से उसकी बीमारी और अस्पताल में दिए गए उपचार को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों की टीम से आवश्यक राय लेने के बाद पूछताछ करेंगे.
3. अभियुक्त की स्वास्थ्य स्थिति और उसे प्रदान किए गए उपचार में बिना किसी बाधा के अभियुक्त से पूछताछ की जाएगी.
4. आरोपी को पर्याप्त भोजन और आश्रय प्रदान की जाएगी और थर्ड डिग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
5. आरोपी को कोई धमकी नहीं दी जाएगी, दबाव नहीं डाला जाएगा.
6. अभियुक्त के परिवार के सदस्यों को अभिरक्षा के दौरान चिकित्सीय सलाह के लिए अनुमति दी जाएगी.
7. आरोपी के हिरासत में रहने के दौरान उसके लिए आवश्यक सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
8. आरोपी को 23 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा.
छापेमारी के बाद किया था गिरफ्तार
ED ने बालाजी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था. लेकिन जब मंत्री को बताया गया कि उन्हें जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा, तो उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की. इसके बाद उन्हें चेन्नई के ओमंदुरार सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया था. जब उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, तब DMK नेता को एंबुलेंस में रोते हुए देखा गया था. वहीं, डॉक्टरों ने बालाजी को बाइपास सर्जरी कराने की सलाह दी है.
सीएम स्टालिन पहुंचे थे अस्पताल
बालाजी से मिलने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन अस्पताल पहुंचे थे. डीएमके सुप्रीमो ने कहा था कि जांच एजेंसी के साथ सहयोग करने के बावजूद सेंथिल बालाजी पर दबाव डाला गया था. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया था. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा था कि बीजेपी को डीएमके को उकसाना नहीं चाहिए.
जल्दबाजी में गिरफ्तार करने का दावा
उन्होंने कहा था कि हमें उकसाओ मत. हमारे कार्यकर्ताओं को भड़काओ मत. यह धमकी नहीं बल्कि चेतावनी है. सीएम स्टालिन ने 10 साल पहले दी गई शिकायत पर बालाजी को जल्दबाजी में गिरफ्तार करने की जरूरत पर सवाल उठाया था. स्टालिन ने कहा था कि मैं जांच को गलत नहीं कह रहा हूं, लेकिन वह एक सामान्य व्यक्ति नहीं हैं. वह पांच बार के विधायक हैं और दूसरी बार मंत्री बने हैं. लेकिन उन्हें गिरफ्तार करके आतंकवादी की तरह सवाल क्यों किए जा रहे हैं. स्टालिन ने दावा किया था कि सेंथिल बालाजी जांच में सहयोग के लिए राजी थे, इसके बाद भी उन पर ईडी ने दबाव बनाया. जिसके बाद बालाजी ने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा.
शिल्पा नायर