दक्षिण तमिलनाडु में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. विलावनकोड निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार की कांग्रेस विधायक विजयाधरानी ने पार्टी को अलविदा कहते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया है. उन्हें लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार अटकलें लग रहीं थी. वह राज्य सरकार के चालू बजट सत्र के दौरान भी विधानसभा में नहीं आईं और पार्टी नेताओं का उनसे संपर्क हो पाया.
उनके कांग्रेस छोड़ने का एक मुख्य कारण पार्टी के आंतरिक मतभेद रहे. वह कथित तौर पर वरिष्ठ नेता सेल्वापेरुन्थागई से नाराज थीं, जो कुछ समय पहले तक सीएलपी नेता थे और कुछ समय पहले ही उन्हें तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत किया गया था.
बीजेपी में शामिल होने पर कही ये बात
बीजेपी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान वह पार्टी में शामिल हुई. बीजेपी में शामिल होने के बाद एस विजयधरानी ने कहा, 'मैंने अपने करियर की शुरुआत ही कांग्रेस से की थी. मैंने पहली बार पार्टी बदली है.पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बेहतर हुई है. तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भारत सरकार की अच्छी योजनाओं को बढ़ावा नहीं किया जा रहा है.बीजेपी को और मजबूत करना चाहिए. भाजपा को तमिलनाडु में वास्तविक बदलाव देखने को मिलेगा, भाजपा में महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. मोदी जी का नेतृत्व इस देश के लिए महत्वपूर्ण है.'
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कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
विजयाधरानी का बीजेपी में शामिल होना तो यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं बीजेपी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह पहली बार होगा कि कोई मौजूदा विधायक तब भाजपा में शामिल होगा जब वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल केवल आधा ही पूरा हुआ है.एक समय ऐसा था जब वह तमिल टेलीविजन समाचार चैनलों पर कांग्रेस का प्रमुख चेहरा मानी जाती थीं. हाल के वर्षों में वह इस बात से नाराज़ थी कि उन्हें 2021 में कांग्रेस विधायक दल का नेता नहीं बनाया गया.
अमित भारद्वाज