पंजाब के संगरूर से लोकसभा सांसद और खालिस्तान समर्थक नेता सिमरनजीत सिंह मान के काफिले को जम्मू-कश्मीर में घुसने से रोक दिया गया. मान अपने समर्थकों के साथ किसी कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. काफिले को रोकने के बाद काफी देर तक हंगामा हुआ, लेकिन उन्हें राज्य में घुसने नहीं दिया गया.
जानकारी के मुताबिक सांसद मान के काफिले को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के लखनपुर में रोका गया. इस जम्मू-कश्मीर का प्रवेश द्वार माना जाता है. घटना के बाद मान ने कहा कि क्या जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है? 2019 से जम्मू-कश्मीर के लोगों को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि भारत हिंदू राष्ट्र बन गया है.
सिमरनजीत सिंह मान को जम्मू-कश्मीर और पंजाब की सीमा पर रोकने के बाद उनके समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन किया. मान के समर्थकों ने पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी भी की.
बता दें कि सिमरनजीत सिंह मान को जम्मू-कश्मीर सीमा पर रोकने के लिए कठुआ जिले के लखनपुर में जम्मू-कश्मीर-पंजाब बॉर्डर पर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती की गई थी.
पहले भी विवादों में रहे हैं मान
संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान पहले भी विवादों में रहे हैं. कुछ दिनों पहले मान ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह को 'आतंकवादी' कह दिया था. मान ने इसके पीछे वजह भी बताई थी. दरअसल, करनाल में मान से पूछा गया था कि उन्होंने अतीत में भगत सिंह को 'आतंकवादी' क्यों कहा था, जबकि वह तो देश के लिए शहीद हुए थे.
भगत सिंह को कहा था आतंकवादी
मान ने कहा था कि सरदार भगत सिंह ने एक युवा अंग्रेज अधिकारी को मारा था, उन्होंने एक अमृतधारी सिख कांस्टेबल चन्नन सिंह की हत्या की थी. उन्होंने उस समय नेशनल असेम्बली में बम फोड़ा था. अब आप मुझे बताइये कि भगत सिंह आतंकवादी थे या नहीं.
पंजाब सरकार देगी शहीद का दर्जा
पंजाब सरकार के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने मान से बिना शर्त माफी मांगने को कहा था. उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री ने कहा कि भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था, इसलिए पंजाब की भगवंत मान सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी.
सुनील जी भट्ट