चूरमा खाने के बाद पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा की मां को लिखा भावुक पत्र, कहा- 'मां की याद दिला दी'

पीएम ने पत्र में लिखा, 'आदरणीया सरोज देवी जी, सादर प्रणाम! आशा है आप स्वस्थ, सकुशल और सानंद होंगी. कल जमैका के प्रधानमंत्री जी की भारत यात्रा के अवसर पर आयोजित भोज में मुझे भाई नीरज से मिलने का अवसर मिला. उनसे चर्चाओं के बीच मेरी खुशी तब और बढ़ गई, जब उन्होंने मुझे आपके हाथों से बना स्वादिष्ट चूरमा दिया.

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पीएम मोदी, नीरज चोपड़ा पीएम मोदी, नीरज चोपड़ा

हिमांशु मिश्रा / अशोक सिंघल

  • नई दिल्ली,
  • 02 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 7:28 PM IST

ओलंपियन नीरज चोपड़ा ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपनी मां के हाथों से बना स्थानीय व्यंजन चूरमा खिलाया है. इसके बाद PM मोदी ने मां को धन्यवाद देते हुए एक भावुक पत्र लिखा. प्रधानमंत्री ने नीरज चोपड़ा की मां के लिए स्वस्थ, सकुशल रहने की कामना की है. उन्होंने चूरमा को बेहद लजीज बताया और ओलंपियन की मां की तारीफ की. पीएम ने कहा कि आपने मेरी मां की याद दिला दी. मोदी ने मां के रूप की चर्चा की और मां शब्द की पूर्ण व्याख्या की. पीएम ने बताया कि वे नवरात्र में 9 दिन उपवास रहते हैं और नवरात्र में मां के हाथ का चूरमा उन्हें शक्ति देगा.

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'मैं इसे खाकर भावुक हो गया'
पीएम ने पत्र में लिखा, 'आदरणीया सरोज देवी जी, सादर प्रणाम! आशा है आप स्वस्थ, सकुशल और सानंद होंगी. कल जमैका के प्रधानमंत्री जी की भारत यात्रा के अवसर पर आयोजित भोज में मुझे भाई नीरज से मिलने का अवसर मिला. उनसे चर्चाओं के बीच मेरी खुशी तब और बढ़ गई, जब उन्होंने मुझे आपके हाथों से बना स्वादिष्ट चूरमा दिया. आज इस चूरमे को खाने के बाद आपको पत्र लिखने से खुद को रोक ना सका. भाई नीरज अक्सर मुझसे इस चूरमे की चर्चा करते हैं, लेकिन आज इसे खाकर मैं भावुक हो गया. आपके अपार खेह और अपनेपन से भरे इस उपहार ने, मुझे मेरी मां की याद दिला दी.' 

'मां शक्ति, वात्सल्य और समर्पण का रूप होती है'
पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'मां शक्ति, वात्सल्य और समर्पण का रूप होती है. यह संयोग ही है कि मुझे मां का ये प्रसाद नवरात्र पर्व के एक दिन पहले मिला है. मैं नवरात्रि के इन 9 दिनों में उपवास करता हूं. एक तरह से आपका ये चूरमा मेरे उपवास के पहले मेरा मुख्य अन्न बन गया है. जिस तरह आपका बनाया भोजन जैसे भाई नीरज को देश के लिए मेडल जीतने की ऊर्जा देता है. वैसे ही ये चूरमा, अगले 9 दिन मुझे राष्ट्र सेवा की शक्ति देगा. शक्ति पर्व नवरात्र के इस अवसर पर मैं आपके साथ, देशभर की मातृशक्ति को ये विश्वास दिलाता हूं कि मैं विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए और अधिक सेवाभाव से निरंतर काम में जुटा रहूंगा. आपका हृदय से आभार !'

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