'पिछली सरकारों ने नहीं किया सीमावर्ती गांवों का विकास...', पीएम मोदी बोले- उत्तराखंड के लोगों ने मुझे परिवार माना

प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा, “सीमावर्ती गांवों का विकास, जिन्हें हम अपना पहला गांव मानते हैं, हमारी प्राथमिकता है.” विकास की कमी के कारण उत्तराखंड के गांवों से पलायन हुआ और उनमें से कई पूरी तरह से वीरान हो गए.

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पीएम मोदी गुरुवार को पिथोरागढ़ पहुंचे पीएम मोदी गुरुवार को पिथोरागढ़ पहुंचे

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 11:36 PM IST

उत्तराखंड पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल में ही 13.50 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं. उन्होंने कहा, यह दर्शाता है कि भारत गरीबी पर काबू पा सकता है.उत्तराखंड के लोगों को "प्रिय परिवार के सदस्यों" के रूप में संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा कि इस भूमि के हर इंच के साथ उनका व्यक्तिगत संबंध और यादें जुड़ी हुई हैं और उन्होंने इस तरह से गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया.

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उत्तराखंड के लोगों के लिए मैं परिवार का सदस्यः पीएम मोदी
"उत्तराखंड के लोग मुझे एक परिवार के सदस्य के रूप में लेते हैं. वे पत्रों के माध्यम से अपनी खुशियाँ मेरे साथ साझा करते हैं जैसे कि बच्चे का जन्म या बेटी अपनी पढ़ाई में अच्छा कर रही है. मैं वास्तव में उनके साथ इस तरह की अंतरंगता का आनंद लेने के लिए भाग्यशाली हूं." उत्तराखंड को आध्यात्मिकता और वीरता की भूमि बताते हुए प्रधानमंत्री ने यहां के लोगों की अद्वितीय क्षमता पर विश्वास जताया और कहा कि यह दशक उनका है. उन्होंने कहा, "मैंने इसे सबसे पहले बाबा केदार (केदारनाथ) की भूमि से कहा था. आज मैं आदि कैलाश के चरणों से लौट रहा हूं और वहां के लोगों की अद्वितीय क्षमता में अपना विश्वास दोहराता हूं."

विकास की कमी से उत्तराखंड के गांवों से हुआ पलायन
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा, “सीमावर्ती गांवों का विकास, जिन्हें हम अपना पहला गांव मानते हैं, हमारी प्राथमिकता है.” विकास की कमी के कारण उत्तराखंड के गांवों से पलायन हुआ और उनमें से कई पूरी तरह से वीरान हो गए. मोदी ने कहा, परिस्थितियों में बदलाव के साथ, लोग धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं.

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मानसखंड को भी केदारनाथ की तरह समृद्ध करने की चाहत
इससे पहले दिन में, प्रधान मंत्री ने उत्तराखंड में लगभग 4,200 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं कुमाऊं क्षेत्र को विकास के पथ पर आगे बढ़ाएंगी. सीमांत क्षेत्रों के विकास के प्रति दृष्टिकोण में आमूल-चूल बदलाव से उत्तराखंड को बहुत लाभ होने वाला है.

50 लाख लोगों ने इस साल किए चारधाम के दर्शन
मोदी ने कहा, इस साल चार धाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 50 लाख के करीब है. "बद्रीनाथ और केदारनाथ में प्रमुख पुनर्निर्माण परियोजनाएं शुरू की गई हैं. केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के बीच रोपवे लिंक से शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को लाभ होगा. मैं चाहता हूं कि मानसखंड भी केदारखंड की तरह समृद्ध और विकसित हो." उन्होंने लोगों से निकट भविष्य में कई तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के स्वागत के लिए खुद को तैयार रहने को कहा.

गुंजी गांव में लोगों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुंजी गांव में स्थानीय लोगों से मिलकर उनसे बातचीत की. गुंजी गांव में दूर-दराज से पहुंचे लोग प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर उत्साहित दिखे. इस दौरान प्रधानमंत्री ने च्यूबाला पहनी रंगस्या (महिलाओं) से आशीर्वाद भी लिया. गुंजी में सेना के जवानों के साथ बातचीत कर प्रधानमंत्री ने उनका हौसला बढ़ाया. प्रधानमंत्री ने रं समाज कल्याण समिति के लोगों से भी भेंटवार्ता की. रं समाज कल्याण समिति के लोग पारम्परिक वेशभूषा में थे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर स्वयं नगाड़ा भी बजाया. 

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प्रधानमंत्री ने भारत-तिब्बत व्यापार के प्रमुख केन्द्र गुंजी गांव में स्थानीय कला और उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. इस अवसर पर उन्होंने आदि कैलाश, पार्वती सरोवर, कुटी गांव, रांगकॉग गांव, नाबी, गुंजी, ओम पर्वत की फोटो गैलरी का भी अवलोकन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के पांचवें धाम के रूप में प्रसिद्ध जागेश्वर धाम पहुंचकर पूजा अर्चना की तथा देश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की.

जागेश्वर धाम भी पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11:40 बजे शौकियाथल पहुंचे . इसके पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़क मार्ग से जागेश्वर धाम पहुंचे. 124
मंदिरों के समूह जागेश्वर धाम में उन्होंने सर्वप्रथम जागेश्वर गर्भगृह में करीब 7 मिनट तक पूजा कर बाबा जागेश्वर के दर्शन किए. इसके पश्चात पुष्टिमता, महामृत्युंजय तथा केदारनाथ में पूजा अर्चना की. 

इसके पश्चात मंदिर परिसर की परिक्रमा करते हुए अर्धनारेश्वर वृक्ष का अवलोकन किया. इसके पश्चात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तांबे से बना वाद्य यंत्र तुरही, ताम्र जागेश्वर तथा डमरू उपहार स्वरूप भेंट किया. फ्लीट मार्ग में प्रधानमंत्री ने स्थानीय लोगों का कार से उतरकर अभिवादन स्वीकार किया. गुंजी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह के रूप में ओम पर्वत की फोटो भेंट की. वही रं समाज द्वारा मानसरोवर का पवित्र जल भरा कलश भेंट किया गया
 

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