'G20 में आपके व्यावहारिक विचारों को याद करेंगे', स्पेन के राष्ट्रपति को PM मोदी का संदेश

स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज इस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं सकेंगे. कारण, उनकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर की थी. इस बीच पीएम मोदी ने स्पेन के राष्ट्रपति के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है.

Advertisement
स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ और पीएम मोदी (फाइल फोटो) स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ और पीएम मोदी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:38 PM IST

भारत में जी20 का मंच सज चुका है. तमाम देशों के नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं. हालांकि स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज इस शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं सकेंगे. कारण, उनकी कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर की थी. इस बीच पीएम मोदी ने स्पेन के राष्ट्रपति के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है.

Advertisement

पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, "आपके अच्छे स्वास्थ्य और शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता हूं पेड्रो सांचेज. हम आगामी G20 शिखर सम्मेलन के दौरान आपके व्यावहारिक विचारों को याद करेंगे. साथ ही, भारत आए स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल का हार्दिक स्वागत है."

बता दें कि दिल्ली में जी20 सम्मेलन में स्पेन की तरफ से डिप्टी पीएम शामिल होंगे. स्पेनिश दूतावास के मुताबिक, जी20 शिखर सम्मेलन में स्पेन का प्रतिनिधित्व डिप्टी पीएम नादिया कैल्विनो और विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस करेंगे.

जी-20 में शामिल हैं कौन-कौन से देश?

G20 में 19 व्यक्तिगत देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. ये देश हैं ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका. इसी के साथ, जी 20 के सदस्य देश, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार के 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं.

Advertisement

क्या है जी-20 समिट?

G20 का मतलब 20 का समूह है. इसकी स्थापना 1999 में हुई थी. यह वैश्विक वित्तीय मुद्दों पर बात करने के लिए दुनिया की टॉप 20 औद्योगिक और उभरती अर्थव्यवस्थाओं की सरकारों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों के लिए एक मंच है. बता दें, पहली G20 बैठक में वित्त मंत्री और प्रत्येक देश के केंद्रीय बैंक के प्रमुख शामिल हुए थे, लेकिन 2008 में, वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान, प्रत्येक सदस्य देश के नेताओं के शिखर सम्मेलन की शुरुआत की गई. अब तक 110 से अधिक राष्ट्रीयताओं वाले 12,300 से अधिक प्रतिनिधियों ने जी-20 से संबंधित बैठकों में भाग लिया है. इसमें जी-20 सदस्यों, 9 आमंत्रित देशों और 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी शामिल है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement