संसद में NCP नेता सुप्रिया सुले ने की पीएम मोदी की तारीफ, इन दो BJP नेताओं को किया याद

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने पीएम मोदी के भाषण की सराहना की. उन्होंने कहा कि मैं आज पीएम के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है. इस देश के निर्माण में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है, जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं. 

Advertisement
सुप्रिया सुले ने की पीएम मोदी की तारीफ सुप्रिया सुले ने की पीएम मोदी की तारीफ

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST

संसद का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है. इस सत्र के पहले दिन का कार्यवाही पुराने भवन में ही हुई. कल से नई इमारत में संसद भवन की कार्यवाही होगी. ऐसे में आज इस पुराने भवन में संसदीय कार्यवाही का आखिरी दिन है. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने भाषण में संसद के 75 वर्षों के इतिहास को याद किया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की भी तारीफ हुई. 

Advertisement

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने पीएम मोदी के भाषण की सराहना की. उन्होंने कहा कि मैं आज पीएम के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है. इस देश के निर्माण में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है, जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं. 

सुप्रिया सुले ने इन दो भाजपा नेताओं को किया याद

सुप्रिया सुले ने कहा कि चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत, यह आपका अपना देश है. हम सभी यहीं पैदा हुए हैं, हम सभी यहां आकर धन्य हैं. मैं उन दो लोगों को रिकॉर्ड पर रखना चाहूंगी जिनका आज भाजपा ने उल्लेख नहीं किया है, जिनसे मैं अपने संसदीय कार्यों में अत्यधिक प्रभावित रही हूं, जो भाजपा से आते हैं. मुझे अब भी लगता है कि वे सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और असाधारण सांसद थे जिनका हम आदर करते हैं, एक सुषमा स्वराज और दूसरे अरुण जेटली. सुप्रिया सुले ने कहा कि वे लगातार सहकारी संघवाद की बात करते रहे. 

Advertisement

पीएम ने संसद में क्या कहा?

बता दें कि आज प्रधानमंत्री मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए इस पुराने संसद भवन की उपलब्धियों पर भी जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा, नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ियों का स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का ये अवसर है. हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं. आजादी से पहले ये सदन काउंसिल का स्थान हुआ करता था. आजादी के बाद संसद भवन के रूप में इसे पहचान मिली. ये सही है, इस इमारत के निर्माण करने का फैसला विदेशी शासकों का था. लेकिन ये बात हम न कभी भूल सकते हैं और हम गर्व से कह सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में पसीना और परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था और पैसे भी हमारे देश के लगे थे. 

पीएम मोदी ने कहा, 75 साल की यात्रा ने तमाम लोकतांत्रित प्रक्रियाओं का देश ने सृजन किया है. सदन में सक्रियता से योगदान भी दिया है और साक्षी भाव से देखा भी है. हम नए भवन में भले ही जाएंगे, लेकिन पुराना भवन भी आगे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा. ये भारत के लोकतंत्र की स्वर्णिम यात्रा का अहम अध्याय है.

Advertisement

गरीब बच्चा संसद पहुंच गया- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने वक्त को याद करते हुए कहा कि मैं पहली बार जब संसद का सदस्य बना और सांसद के रूप में इस भवन में प्रवेश किया तब इस संसद भवन के दरवाजे पर अपना शीश झुकाकर इस लोकतंत्र के मंदिर में श्रद्धा भाव से कदम रखा था. ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है. रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला गरीब बच्चा संसद पहुंच गया. मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि देश इतना आशीर्वाद देगा, इतना प्यार देगा, ये कभी सोचा नहीं था. पीएम मोदी ने कहा, कोरोना काल में भी हमने देश का काम रुकने नहीं दिया. मास्क लगाकर आना पड़ता था. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करते थे. सदन से सदस्यों का हमने लगाव देखा है. कोई पुराना सदस्य जो पहले रहा हो, वह सदन के सेंट्रल हॉल जरूर आता है.

ऐतिहासिक पलों को किया याद

पीएम मोदी ने कहा, ये वो सदन है जहां कभी भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त ने अपनी वीरता सामर्थ्य को बम का धमाका करके अंग्रेज सल्तनत को जगा दिया था. अटल जी कहते थे कि सरकारें आएंगी जाएगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी, लेकिन ये देश बना रहना चाहिए. इसके अलावा पीएम मोदी ने पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी याद किया. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू को कई बातों के लिए याद किया जाता है. लेकिन ये वह सदन है, जहां पंडिंत नेहरू का स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट की गूंज को कोई नहीं भूल सकता. पीएम मोदी ने कहा, बहुत सी बातें ऐसी थीं, जो हर किसी की ताली की हकदार थीं, लेकिन राजनीति उनमें भी आड़े आ गई. कौन ऐसा सदस्य होगा, जो नेहरू जी के गुणगान के समय ताली बजाने का मन न करे. मुझे पूरा विश्वास है कि हम नई संसद में जाएंगे, तो नए विश्वास के साथ जाएंगे.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement