महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई छापेमारियों पर अब मंत्री नवाब मलिक की सफाई आई है. नवाब मलिक का कहना है कि छापेमारी वक्फ बोर्ड के दफ्तरों पर नहीं हुई थी, बल्कि तबुत इनाम बंदोबस्ती ट्रस्ट (Tabut Inam Endowment Trust) के दफ्तरों पर हुई है जो कि पुणे जिले में है.
नवाब मलिक ने आगे कहा, 'खबरें चल रही हैं कि अब ईडी नवाब मलिक के घर तक पहुंच जाएगी. अगर ऐसा है तो मैं कहना चाहूंगा कि ईडी का स्वागत है.'
नवाब मलिक ने कहा कि वक्फ से ऐसी करीब 30 हजार संस्थाएं जुड़ी हैं. हम तो चाहते हैं कि ईडी सबकी जांच कर ले. क्योंकि हम खुद वक्फ बोर्ड में 'ऑपरेशन क्लीनअप' चला रहे हैं, जिसमें पहले भी FIR दर्ज कराई गई हैं. अगर क्लीनअप में ईडी का सहयोग मिल रहा है तो यह अच्छा है.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवाब मलिक ने आगे कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि आगे नवाब मलिक की मुश्किलें बढ़ेंगी. अगर सोचा जा रहा है कि इस तरह से मुझे डरा देंगे, तो इस तरह की गलतफहमी से बाहर आने की जरूरत है. वह बोले कि बेकसूर लोगों को जेल भेजने के खिलाफ, अत्याचार के खिलाफ जो उन्होंने लड़ाई शुरू की है, वह आगे भी जारी रहेगी.
देवेंद्र फडणवीस की पत्नी ने नवाब मलिक को भेजा नोटिस
ड्रग्स केस पर शुरू हुई रार अबतक खत्म नहीं हुई है. एक तरफ नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजा है, वहीं दूसरी तरफ उनकी पत्नी अमृता फडणवीस ने नवाब मलिक को लीगल नोटिस भेजा है. ये नोटिस उन फोटोज के लिए भेजा गया है जो नवाब मलिक ने ट्वीट किया था. इन फोटोज में अमृता और जयदीप राणा को दिखाया गया था.
कमलेश सुतार