छोटे उद्यमियों के आए अच्छे दिन, बेंगलुरु में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा के MSME लोन को मंजूरी

बेंगलुरु में आयोजित मेगा एमएसएमई क्लस्टर आउटरीच कार्यक्रम कार्यक्रम में 850 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया, जिन्हें एमएसएमई क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने का अवसर दिया गया. इस पहल का मकसद एमएसएमई क्षेत्र में लोन डिस्ट्रीब्यूशन (ऋण वितरण) को प्रोत्साहित करना और इस क्षेत्र के विकास में योगदान देना है. बेंगलुरु सर्किल द्वारा कुल 200 करोड़ रुपये से अधिक के एमएसएमई लोन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई.

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200 करोड़ के MSME लोन को मंजूरी 200 करोड़ के MSME लोन को मंजूरी

aajtak.in

  • बेंगलुरु,
  • 07 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:04 PM IST

देश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के विकास को बढ़ावा देने के लिए  केनरा बैंक ने 6 और 7 दिसंबर, 2024 को बेंगलुरु में मेगा एमएसएमई क्लस्टर आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया. यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक सिटी, इंडस्ट्रीज़ क्लस्टर और प्रिंटिंग क्लस्टर में आयोजित किया गया.

रिपोर्ट के मुताबिक कार्यक्रम में 850 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया, जिन्हें एमएसएमई क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने का अवसर दिया गया. इस पहल का मकसद एमएसएमई क्षेत्र में लोन डिस्ट्रीब्यूशन (ऋण वितरण) को प्रोत्साहित करना और इस क्षेत्र के विकास में योगदान देना है.

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केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री के. सत्यनारायण राजू ने प्रिंटिंग क्लस्टर में कार्यक्रम की अध्यक्षता की. उनके साथ बेंगलुरु सर्किल के प्रमुख महेश एम. पाई भी उपस्थित रहे. इस दौरान एमएसएमई लाभार्थियों को 50 करोड़ रुपये से अधिक के स्वीकृति पत्र ट्रांसफर किए गए.

200 करोड़ रुपये से अधिक के एमएसएमई लोन को मंजूरी

इन दो दिनों के दौरान बेंगलुरु सर्किल द्वारा कुल 200 करोड़ रुपये से अधिक के एमएसएमई लोन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. इस पहल ने न केवल स्थानीय उद्यमियों को आर्थिक तौर पर मजबूत किया है बल्कि एमएसएमई क्षेत्र में सतत विकास का मार्ग भी प्रशस्त किया है.

यह आयोजन वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) और भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के तहत किया गया था जिसमें एमएसएमई क्षेत्र में 25% की वृद्धि का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

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क्लस्टर आधारित लोन के माध्यम से, सरकार और बैंकिंग क्षेत्र का उद्देश्य एमएसएमई उद्यमियों को सशक्त बनाना और उन्हें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है. यह कार्यक्रम एमएसएमई क्षेत्र के विकास और कर्ज वितरण में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है.

 

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