जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भूस्खलन और मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया, जिसमें सोमवार को एक पांच वर्षीय बच्चे सहित चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले पुराने मार्ग पर हुए भीषण भूस्खलन में 70 वर्षीय एक तीर्थयात्री की मौत हो गई तथा नौ अन्य घायल हो गए.
पहाड़ों पर मौसमी कहर
अधिकारियों ने बताया कि एक बुकिंग कार्यालय और एक ऊपरी लोहे का ढांचा भूस्खलन के भार से ढह गया. यह भूस्खलन कटरा कस्बे में हुई भारी बारिश के कारण हुआ, जो त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर है. मौसम विभाग के अनुसार, कटरा शहर में सोमवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 184.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में रात भर हुई भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से एक सरकारी स्कूल प्रभावित हुआ, जिसमें एक छात्र की मौत हो गई और पाँच लोग घायल हो गए. उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है.
जगह-जगह लैंडस्लाइड
रविवार रात हिमकोटि के निकट एक और भूस्खलन के कारण नया मार्ग अवरुद्ध हो गया था, तथा इसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं. जम्मू में भूस्खलन की चपेट में आकर एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया. हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के सुतान्ह गांव में एक घर के ऊपर चट्टान गिरने से एक नवविवाहित जोड़े की मौत हो गई. भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने, 401 सड़कें अवरुद्ध होने तथा शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. राज्य के मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों में से पांच जिलों शिमला, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर और मंडी में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश के लिए 'रेड' अलर्ट जारी किया है.
स्कूल बंद
अधिकारियों ने सोमवार सुबह घोषणा की कि भारी बारिश के बाद भूस्खलन और सड़क अवरोध के कारण चार जिलों के कई उपविभागों में स्कूल बंद रहेंगे. शिमला जिले के ठियोग, रोहड़ू, जुब्बल, चौपाल और कुमारसैन, मंडी जिले के थुनाग और करसोग, कुल्लू जिले के आनी और सिरमौर जिले के शिलाई में शैक्षणिक संस्थान बंद रहे. प्रभावित 401 सड़कों में से 242 सड़कें आपदा प्रभावित मंडी जिले में हैं.
हिमाचल में अब तक 1,235 करोड़ रुपये का नुकसान
20 जून को मॉनसून की शुरुआत के बाद से, राज्य भर में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लापता हैं. विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में इस मॉनसून सीज़न में 34 बार अचानक बाढ़, 22 बार बादल फटने और 21 बार भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिससे लगभग 1,235 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
दिल्ली में रात में जमकर बरसात
वहीं, राजधानी दिल्ली में कुछ क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई तथा आईएमडी ने रात के दौरान राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी है. आईएमडी के अनुसार, दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच रिज क्षेत्र में सबसे ज़्यादा 29.6 मिमी बारिश हुई, जबकि प्रगति मैदान और पूसा में इसी अवधि के दौरान क्रमशः 1.7 मिमी और 1 मिमी बारिश दर्ज की गई. लोधी रोड और पालम में हल्की बारिश दर्ज की गई.
23 से 27 जुलाई तक दक्षिण बंगाल भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट
पश्चिम बंगाल में, आईएमडी ने 24 जुलाई को उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के कारण 23 से 27 जुलाई तक दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. इस अवधि के दौरान दक्षिण बंगाल के दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा, पुरुलिया, झारग्राम और हुगली जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. उत्तर बंगाल में दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में 25 जुलाई से 27 जुलाई के बीच भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने 27 जुलाई तक पश्चिम बंगाल के अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है.
मुंबई में बारिश से थमी रफ्तार
कर्नाटक में, आईएमडी ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. मुंबई में रातभर भारी बारिश हुई, जिससे कुछ निचले इलाकों में जलभराव हो गया और वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई. शहर में सुबह से ही बारिश कम हो गई, लेकिन पूर्वी और पूर्वी उपनगरों के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश जारी रही. अंधेरी सबवे (मुंबई के पश्चिमी भाग में) जल जमाव के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया.
आंध्र प्रदेश में 27 जुलाई तक अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान
अगले 24 घंटों के लिए, आईएमडी ने मुंबई और उपनगरों में सामान्यतः बादल छाए रहने तथा मध्यम बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है, तथा अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली चमकने तथा तेज हवाएं चलने की संभावना है. आंध्र प्रदेश में आईएमडी ने 21 से 27 जुलाई तक अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है. इसने 21 जुलाई को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) में भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ छींटे और 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी भविष्यवाणी की है.
आने वाले दिनों में तेज होंगी बारिश की गतिविधियां
अमरावती स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी), यनम, एससीएपी और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. इसके अतिरिक्त, 24 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं.
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