सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मराठी फिल्म 'खालिद का शिवाजी' के निर्माताओं को नोटिस जारी किया है. यह नोटिस गुरुवार को जारी किया गया. महाराष्ट्र में फिल्म से जुड़ा विवाद सामने आया है. इस फिल्म में छत्रपति शिवाजी महाराज की छवि को कथित रूप से सेक्युलर दिखाने पर हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है. मंत्रालय ने फिल्म की कहानी को लेकर सबूत देने को कहा है, क्योंकि उन्हें कई शिकायतें मिली हैं.
मराठी फिल्म 'खालिद का शिवाजी' पर विवाद की मुख्य वजह यह है कि इसमें छत्रपति शिवाजी महाराज को सेक्युलर शासक के रूप में दिखाया गया है. कई साल से महाराष्ट्र में यह बहस चल रही है कि क्या शिवाजी महाराज एक हिंदू योद्धा-राजा थे या सेक्युलर शासक.
राइट-विंग समूहों ने फिल्म पर इतिहास से छेड़-छाड़ का आरोप लगाया है. इस विवाद के चलते मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक सरकारी कार्यक्रम में उनकी स्पीच में भी बाधा डाली गई थी.
फिल्म सर्टिफिकेट हो सकता है रद्द...
विवाद बढ़ने के बाद अब महाराष्ट्र सरकार भी इस मामले में एक्टिव हो गई है. राज्य सरकार फिल्म को दिया गया सेंसर सर्टिफिकेट रद्द करने पर विचार कर रही है. बीजेपी के मंत्रियों ने भी इस पर टिप्पणी की है कि फिल्म को मिली सेंसर बोर्ड की अनुमति पर फिर से विचार किया जाना चाहिए. यह कदम फिल्म के विरोध में उठ रही मांगों के बीच उठाया गया है.
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सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार ने इस विवाद पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक मामलों के सचिव इस बात की जांच करेंगे कि फिल्म को Cannes फिल्म फेस्टिवल में कैसे भेजा गया. मंत्री ने यह भी कहा कि फिल्म को Cannes की लिस्ट से हटा दिया जाएगा. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर यह फिल्म रिलीज होती है, तो यह राज्य में कानून-व्यवस्था का मुद्दा बन सकती है.
मुस्तफा शेख