कर्नाटक चुनाव के वादों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तीखी आलोचना ने भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग को तेज कर दिया है. शुक्रवार को खड़गे ने बीजेपी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और एनडीए की हालिया 100-दिवसीय योजना को 'एक सस्ता पीआर स्टंट' बताया.
एक दिन पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा था कि देश के लोगों को झूठे वादों की कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति के खिलाफ सतर्क रहना होगा. खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा, 'झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार' ये 5 विशेषण हैं, जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं.
'सस्ता पीआर स्टंट'
खड़गे ने ट्वीट में लिखा, 'पीएम मोदी जी झूठ, छल, जालसाजी, लूट और प्रचार ये 5 विशेषण हैं, जो आपकी सरकार का सबसे अच्छा वर्णन करते हैं. 100 दिन की योजना के बारे में आपका ढोल पीटना एक सस्ता पीआर स्टंट था. 16 मई, 2024 को आपने यह भी दावा किया था कि आपने 2047 के रोडमैप के लिए 20 लाख से ज़्यादा लोगों से इनपुट लिए हैं. पीएमओ में दायर आरटीआई ने आपके झूठ को उजागर करते हुए विवरण देने से इनकार कर दिया. बीजेपी में 'बी' का मतलब विश्वासघात है, जबकि 'जे' का मतलब जुमला है.'
'मोदी की गारंटी एक क्रूर मजाक है'
खड़गे ने पीएम मोदी की सरकार पर अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरा न उतरने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी सत्ता में आने के बाद से सात बार अपने वादों से मुकर गई है. 'अच्छे दिन, प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां, विकसित भारत' उन सात सवालों में हैं जो खड़गे ने एनडीए सरकार के सामने रखे. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ सरकार वादों को पूरा करने में विफल रही है. मोदी की गारंटी 140 करोड़ भारतीयों के साथ एक क्रूर मजाक है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि देश के लोगों को झूठे वादों की कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति के खिलाफ सतर्क रहना होगा. हमने हाल ही में देखा कि कैसे हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को पसंद किया जो स्थिर, प्रगति उन्मुख और कार्रवाई से प्रेरित हो. पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देना मतलब गैर-शासन, खराब अर्थव्यवस्था और बेमिसाल लूट के लिए वोट देना है. भारत के लोग विकास और प्रगति चाहते हैं, न कि वही पुराने कांग्रेस के फेक प्रॉमिस.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता, तेलंगाना में किसान अपने वादे के मुताबिक छूट का इंतजार कर रहे हैं, इससे पहले छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने (कांग्रेस ने) कुछ भत्ते देने का वादा किया था, जो पांच साल तक लागू नहीं हुए. कांग्रेस किस तरह काम करती है, इसके कई उदाहरण हैं.
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