असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के महाराष्ट्र यूनिट के चीफ इम्तियाज जलील (Imtiaz Jaleel) ने सूबे में हो रहे सांप्रदायिक विवादों को लेकर शिंदे सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जाति और धर्म की दीवारें खड़ी की जा रही हैं, दंगे भड़काने की कोशिश की जा रही है. मंच से मुसलमानों को धमकाया जा रहा है, क्या ये आपराध नहीं है? क्या कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? इसीलिए हमने मुंबई जाने का फैसला किया है, हम सीएम को याद दिलाने जा रहे हैं कि यह देश संविधान और कानून के मुताबिक चलेगा.
इम्तियाज जलील ने कहा, "हम सीनियर पुलिस अधिकारियों से भी पूछने जा रहे हैं कि 60 FIR होने के बावजूद पुलिस कार्रवाई करने के लिए तैयार क्यों नहीं है, ऐसा इसलिए है क्योंकि सीएम ने निर्देश दिया है कि कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए."
उन्होंने आगे कहा कि हम देश में ऐसा कानून चाहते हैं, जो किसी जाति, धर्म और किसी धर्म के महापुरुषों पर कोई बयानबाजी न हो. अगर इस तरह के बयान दिए जाते हैं, तो उस पर सख्त कानून होना चाहिए.
ईद-ए-मिलाद जुलूस के मौके पर पत्थरबाजी-झड़प
पिछले दिनों महाराष्ट्र के नंदुरबार में ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प का मामला सामने आया था. इस दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबरें आई थीं.
भिवंडी में गणेश विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी
हाल ही में महाराष्ट्र के भिवंडी में गणेश विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी का मामला सामने आया था. भिवंडी में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान पत्थर फेंके गए हैं. जानकारी के मुताबिक, घटना होने के बाद दो गुटों में टकराव की स्थित बनी, लेकिन कुछ देर में पुलिस-प्रशासन ने उसे कंट्रोल कर लिया था.
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इसके अलावा महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर और नासिक में उस वक्त हालात बिगड़ गए थे, जब दोनों शहरों में दो समुदाय के सैकड़ों लोग आमने-सामने आ गए. मामला सांप्रदायिक था लिहाजा पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए हालात को काबू में तो कर लिया, लेकिन माहौल में तनाव अभी भी बरकरार है.
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