IIT Kharagpur में बीटेक सेकंड ईयर के एक छात्र की दवाइयों के कारण दम घुटने से मौत हो गई. मध्य प्रदेश के चंद्रदीप पवार ने सोमवार रात भोजन के बाद डॉक्टर की ओर से दी गईं कुछ दवाइयां निगलीं तो सांस लेने में तकलीफ शुरू हुई और कुछ देर बाद छात्र ने दम तोड़ दिया.
संस्थान के प्रवक्ता ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि चंद्रदीप पवार को रात करीब 11 बजे परिसर के भीतर स्थित संस्थान के अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही देर बाद उनकी मृत्यु हो गई. प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि गोली उसकी श्वासनली में अटक गई थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही मृत्यु के सटीक कारण का पता चलेगा.
छात्र चंद्रदीप पवार आईआईटी कैंपस के नेहरू हॉल में हॉस्टल में रहता था. मध्य प्रदेश का रहने वाले पवार इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में सेकंड ईयर का छात्र था. संस्थान ने उसकी मृत्यु की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं.
बीते शुक्रवार को ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग के फोर्थ ईयर के छात्र रीतम मंडल का शव हॉस्टल के कमरे में लटका हुआ पाया गया था. संस्थान के अधिकारियों ने कहा कि रीतम मंडल की मृत्यु के पीछे की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए 10 सदस्यीय तथ्य-खोज समिति का गठन पहले ही किया जा चुका है.
यही नहीं, 4 मई को बी.टेक के तृतीय वर्ष के छात्र मोहम्मद आसिफ कमर अपने छात्रावास के कमरे में लटके पाए गए. 20 अप्रैल को ओशन इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र अनिकेत वॉकर भी ऐसी ही परिस्थितियों में मृत पाए गए और 12 जनवरी को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के तृतीय वर्ष के छात्र शॉन मलिक अपने छात्रावास के कमरे में लटके पाए गए.
उधर, संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि आईआईटी खड़गपुर छात्रों की मेंटल हेल्थ को अच्छा रखने के लिए 25 जुलाई को एक एआई-संचालित मेंटल वेलनेस पहल SETU शुरू करने जा रहा है.
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