अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में उनकी भव्य एवं दिव्य प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है, लेकिन जो लोग अयोध्या नहीं जा पाए हैं और अपने घरों में हैं वे घर पर भी शुभ मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं. पंडित शैलेंद्र पांडेय इस बारे में विस्तार से बताते हैं.
पंडित शैलेंद्र पांडेय ने कहा कि मुख्य बात ये है कि प्राण प्रतिष्ठा का जो मुहूर्त था वो समाप्त हो चुका है, लेकिन भगवान राम की पूजा अभी भी की जा सकती है. लगभग एक बजे के अंदर भगवान राम की पूजा कर लेना बेहतर होगा. इसके लिए भगवान राम की पूजा माता सीता के साथ की जाएगी. संयुक्त रूप से पूजा होगी. उनके सामने दीपक जलाया जाएगा. उन्हें पीली वस्तु में जैसे पीले फूल, पीली मिठाई, पीले वस्त्र ये समर्पित किए जाएंगे. अर्पित करने के बाद भगवान राम की स्तुति की जाएगी.
श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन जो तुलसीदास जी की विनय पत्रिका से ली गई है. यही स्तुति की जाएगी या भगवान राम के बहुत सारे मंत्र है और कोई मंत्र नहीं जानते तो केवल राम नाम का जप करना चाहिए और जब करने के बाद उन की आरती की जाएगी. आरती करने के बाद उनसे प्रार्थना की जाएगी और प्रार्थना करने के बाद जो भोग है जो प्रसाद है उसका वितरण किया जाएगा तो घर पर भी भगवान राम की पूजा निश्चित रूप से की जा सकती है और आज करनी ही चाहिए ताकि भगवान राम की कृपा सबको प्राप्त हो सके.
पंडित शैलेंद्र पांडेय के मुताबिक सूर्यास्त के बाद एक अखंड दीपक जलाएं, कोशिश करें कि यह दीपक अखंड हो और रात भर जलता रहे.
श्री राम ज्योति जलाने का मुहूर्त क्या है?
आज सूर्यास्त शाम 05 बजकर 52 मिनट पर होगा. उसके बाद से प्रदोष काल प्रारंभ होता है और रात्रि के प्रारंभ तक माना जाता है. स्थान विशेष के आधार पर अंधेरा कहीं जल्दी हो सकता है और कहीं देर से. ऐसे में आप सूर्यास्त बाद से या जब अंधेरा होने लगे, उस समय श्री राम ज्योति जलाएं.
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