फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब (Alexander Stubb) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर बातचीत की. इस दौरान, दोनों नेताओं के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत हुई. पीएमओ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने भारत-फिनलैंड द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की भी समीक्षा की और क्वांटम टेक्नोलॉजी, 6जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी और सस्टेनिबिलिटी सहित उभरते सेक्टर्स में साझेदारी बढ़ाने पर चर्चा की.
स्टब ने 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए फिनलैंड के द्वारा सपोर्ट की बात की.
पीएमओ के बयान में कहा गया है कि स्टब ने यूक्रेन में संघर्ष के समाधान पर वॉशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हाल ही में हुई बैठकों पर पीएम मोदी के साथ अपने विचार साझा किए. प्रधानमंत्री ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शांति की जल्द बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया.
'यूक्रेन में संघर्ष...'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के साथ अच्छी बातचीत हुई. फ़िनलैंड यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण साझेदार है. व्यापार, प्रौद्योगिकी और स्थिरता जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मज़बूत करने के उपायों पर चर्चा हुई. यूक्रेन में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चल रहे प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ.
यह भी पढ़ें: भूल जाइए लिथियम... फिनलैंड में 2000 टन रेत से बनाई बैटरी, ग्रीन एनर्जी का शानदार तरीका
वहीं, न्यूजीलैंड के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छी बातचीत हुई. हमने यूक्रेन में रूस के युद्ध के न्यायसंगत और स्थायी समाधान की जरूरत पर चर्चा की. युद्ध खत्म करना हम सभी के फायदे में है, यह एक साझा टारगेट है. भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दक्षिण, पश्चिम और पूर्व में उसकी बात सुनी जाती है और उसका सम्मान किया जाता है. हम भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को और गहरा करने की जरूरत पर भी सहमत हुए. हमारा सहयोग बढ़ता और जारी रहता है."
पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति स्टब को जल्द ही भारत आने का न्योता दिया. दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई.
aajtak.in