Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान नेताओं को सौंपा समाधान प्रस्‍ताव, क्या है अगली रणनीति?

पिछले कई हफ्तों से जारी किसान आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के मुद्दों पर हल निकालने के लिए किसान नेताओं को एक समाधान प्रस्ताव भेजा है. जानिए इस प्रस्ताव में क्या है.

Advertisement
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान नेताओं को सौंपा समाधान प्रस्‍ताव (फाइल फोटो) संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान नेताओं को सौंपा समाधान प्रस्‍ताव (फाइल फोटो)

कमलजीत संधू

  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST

पिछले कई हफ्तों चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) का नेतृत्‍व कर रहे संयुक्‍त किसान मोर्चा (SKM) की तरफ से समाधान के लिए एक समाधान प्रस्‍ताव सौंपा गया है. छह सदस्‍यों वाली कमेटी की तरफ से आठ बिंदुओं वाला यह प्रस्‍ताव किसान नेताओं को सौंपा गया है. यह प्रस्‍ताव ऐसे समय में आया है, जब किसान आंदोलन को तीन मार्च तक के लिए रोक दिया गया है. यह प्रस्‍ताव किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के किसान नेताओं को भी दिया गया है. इस प्रस्‍ताव को एक ऐसे दृष्टिकोण के तौर पर बताया जा रहा है, जो संघर्ष का एक सही आधार और रास्ता मुहैया करवाने वाला है.

Advertisement

कमेटी की तरफ से जिन 8 बिंदुओं को इसमें शामिल किया गया है, वो साल 2020-2021 के दौरान हुए किसान प्रदर्शन के अहम तत्‍वों पर आधारित हैं. 

प्रस्ताव में कौन से बिंदु शामिल है?
इन बिंदुओं में तालमेल पर आधारित संगठनिक ढांचा, संघर्ष की मांगों को ध्‍यान में रखना, केंद्र सरकार को संघर्ष का मुख्‍य निशाना बनाना, देशभर के किसानों विशेषकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश के किसानों की भागीदारी, दिल्‍ली कूच के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से रास्‍ता रोकने की तरकीबों का ठंडे दिमाग से समाधान निकालना, अनुशासन में रहकर प्रदर्शन को आगे बढ़ाना, साल 2021 में भड़काऊ शक्तियों की हुई हार के अलावा सफल एकजुट किसान संघर्ष का जिक्र किया गया है.

यह भी पढ़ें: कमजोर हुआ किसान आंदोलन? इन रास्तों से हटाए बैरिकेड्स

युवा किसान की मौत के मामले में हुआ एक्शन
MSP और अन्य मांगों को लेकर किसानों के प्रदर्शन के दौरान पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर शुभकरण नाम के एक युवा किसान की मौत हो गई थी. गुरुवार को इस मामले में पंजाब पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस ने हत्या और अपराध के लिए उकसाने को लेकर मामला दर्ज किया है.
शुभकरण के परिवार वालों ने पंजाब सरकार के सामने मांग रखी थी कि जब तक भगवंत मान सरकार शुभकरण के हत्‍यारों को सजा नहीं देगी, तब तक उसका अंतिम संस्‍कार नहीं किया जाएगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के 7 जिलों में बहाल हुई इंटरनेट सेवाएं, पंजाब के इन इलाकों में अभी बंद रहेगी डेटा सर्विस

किसान आंदोलन के मुद्दे पर पंजाब विधानसभा में हंगामा
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही के पहले दिन शनिवार को किसान आंदोलन के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ था. कांग्रेस विधायकों ने किसान आंदोलन और शुभकरण की मौत का मामला उठाया और जमकर नारेबाजी की. इस बीच गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित अपना अभिभाषण भी नहीं पढ़ पाए.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement