निर्वाचन आयोग (Election Commission) के बड़े पदों पर बैठे सूत्रों के मुताबिक, अभी इलेक्टोरल कॉलेज यानी लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों की लिस्ट तैयार करने सहित अन्य तैयारियों पर काम जारी है. उम्मीद है कि अगले हफ्ते चुनावी कार्यक्रम का ऐलान हो जाएगा.
चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होने के बाद अमूमन 25 से 28 दिनों में चुनावी प्रक्रिया पूरी हो जाती है. पिछली बार भी 16वें उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया 05 जुलाई 2022 को अधिसूचना से शुरू हुई और ठीक एक महीना बाद 6 अगस्त 2022 को मतगणना के साथ पूरी हुई. इस बीच अमूमन दस कार्य दिवस नामांकन के लिए दिए जाते हैं. अगला कार्य दिवस नामांकन पत्रों की जांच का होता है. एक से दो दिन नाम वापसी के लिए मिलते हैं.
आम तौर पर दस कार्य दिवस प्रचार के लिए मिलते हैं. यानी अधिसूचना से नतीजे घोषित करने का पूरा काम 25 कार्य दिवसों में मुमकिन है. यानी कुल 30 से 32 दिन में संभव है.
रिटर्निंग ऑफिसर्स की नियुक्ति...
भारत निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर्स और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. पिछले दिनों जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हो गया था. अब चुनाव आयोग ने इलेक्शन करवाने की तैयारी शुरू कर दी है. आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए राज्यसभा सचिवालय की संयुक्त सचिव गरिमा जैन और राज्यसभा सचिवालय के निदेशक विजय कुमार को सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया है.
संजय शर्मा