बंगाल: जानवरों की तस्करी में शामिल था BSF कमांडेंट, कराई 25 करोड़ की कमाई!

ईडी ने अनुमान लगाया है कि पशु तस्करी में आरोपियों ने करीब 25 करोड़ रुपये की कमाई की थी. इस मामले में अब तक 18.5 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है.

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सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.

मुनीष पांडे

  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 8:50 AM IST
  • सीबीआई ने 2020 में दर्ज किया था मामला
  • ईडी मामले में कर रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हुए पश्चिम बंगाल के मवेशी तस्करी मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त कमांडेंट सतीश कुमार को गिरफ्तार किया है. सतीश कुमार को कथित तौर पर आरोपी मोहम्मद इनामुल हक से उसकी पत्नी और उसके ससुर के खातों से रिश्वत के रूप में 12.8 करोड़ रुपये मिले थे.

सतीश ने कथित तौर पर अचल संपत्ति और म्यूचुअल फंड खरीदने के लिए रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल किया था. इससे पहले इनामुल हक को ED ने 18 फरवरी 2022 को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.

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सीबीआई ने 2020 में दर्ज किया था मामला

मवेशी तस्करी मामले में 2020 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सतीश कुमार, मोहम्मद इनामुल हक, मोहम्मद अनारुल एसके, मोहम्मद गोलम मुस्तफा, बीएसएफ और भारतीय सीमा शुल्क के अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था. सीबीआई की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी.

आरोप है कि बीएसएफ की 36 बटालियन के तत्कालीन कमांडेंट सतीश कुमार ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर पशु तस्करी को अंजाम देने में आरोपियों की मदद की.

ईडी ने चार्जशीट में मोहम्मद इनामुल हक, टीएमसी के युवा नेता विनय मिश्रा और उनके भाई विकास मिश्रा को तीन फर्मों के साथ आरोपी बनाया है. फिलहाल, ईडी मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.

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