ओडिशा के गंजम जिले में समुद्र तट पर शुक्रवार की सुबह को एक मृत डॉल्फिन मिला, जिसकी खबर फैलते ही वहां स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई. डॉल्फिन का शव सोनपुर समुद्र तट पर मिला है.
मृत डॉल्फिन की सूचना मिलने पर बेरहामपुर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौत के कारणों की जांच शुरू की. ओडिशा पर्यटन विभाग द्वारा सोनपुर को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 'ब्लू फ्लैग' समुद्र तट बनाने की कोशिश चल रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार मृत डॉल्फिनों का समुद्र किनारे आना चिंता का विषय है. डॉल्फिन की मौत के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. वन अधिकारियों का कहना है कि डॉल्फ़िन की मौत ज्यादा उम्र होने की वजह से हो सकती है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही कारण पता चलेगा.
डॉल्फिन (Dolphin) के बारे में कहा जाता है कि वे बहुत समझदार और चंचल जानवर होते हैं. समझदारी तो इतनी है कि ये इंसानों की ही तरह अपनी त्वचा का ख्याल भी रखना जानती हैं. इसके लिए ये कोरल या समुद्री स्पॉन्ज (Corals or sea sponges) या फिर खुरदरी सतहों को अपनी त्वचा से रगड़ती हैं.
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) के तहत गंगा नदी में रहने वाली डॉल्फिन और हिल्सा मछली के जीवन चक्र का अध्ययन किया जाएगा ताकि अलग-अलग जगहों पर नदी के स्वास्थ्य का पता चल सके.
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