झांसी के सांसद अनुराग शर्मा 67वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (CPA) सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल को लीड कर रहे हैं. ये सम्मेलन ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में आयोजित हो रहा है, जहां विभिन्न देशों के सांसद के बीच संसदीय लोकतंत्र और शासन के मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा.
कब हुई CPA की स्थापना, क्या है उद्देश्य?
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (CPA) की स्थापना 1911 में हुई थी, ये राष्ट्रमंडल में सबसे पुराने संगठनों में से एक है. इसका हेडक्वार्टर लंदन में स्थित है, इसका मिशन संसदीय लोकतंत्र के संवैधानिक, विधायी, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं का ज्ञान बढ़ाना है. CPA का उद्देश्य राष्ट्रमंडल देशों के सांसदों और विधायकों को आपस में जोड़ना और संसदीय प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है.
इस संघ का काम संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने और शासन के सर्वोत्तम तरीकों को अपनाने में सदस्य देशों की सहायता करना है. इसके सदस्य देशों के विधायकों के बीच अनुभवों के आदान-प्रदान कर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है.
लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सशक्त बनाने पर होगा मंथन
सिडनी में आयोजित 67वें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को और ज्यादा सशक्त बनाने के लिए विभिन्न देशों के सांसद अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे. सम्मेलन का उद्देश्य लचीले और उत्तरदायी लोकतांत्रिक प्रणालियों का निर्माण करना है, जो बदलते समय के साथ प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें. इस सम्मेलन में सांसद अनुराग शर्मा भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. जिसमें विभिन्न राज्यों के विधानसभा और विधान परिषद के अध्यक्ष भी शामिल हो रहे हैं.
अनुराग शर्मा 2022 में बने थे सीपीए के कोषाध्यक्ष
बता दें कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के कोषाध्यक्ष के रूप में अनुराग शर्मा के कार्यकाल में सीपीए को एक ऐतिहासिक उपलब्धि मिली है. उनके नेतृत्व में सीपीए को ब्रिटेन में एक स्थायी संस्था के रूप में मान्यता मिली, जो इससे पहले एक चैरिटी के रूप में पंजीकृत था. दरअसल, सांसद अनुराग शर्मा को 2022 में तीन साल के लिए सीपीए के कोषाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया था. उनके कार्यकाल के दौरान सीपीए ने विभिन्न संसदीय प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई बड़े कदम उठाए. हाल ही में, सीपीए को ब्रिटिश सरकार द्वारा एक्ट बनाने के लिए एक बिल ब्रिटिश पार्लियामेंट में बिल लाया गया है.
सभी प्रतिनिधिमंडल को किया ब्रीफ
अनुराग शर्मा ने आगामी कार्यक्रम की जानकारी साझा की, उन्होंने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के कोषाध्यक्ष और भारतीय डेलिगेशन के प्रमुख के रूप में सभी प्रतिनिधियों को विभिन्न सेशंस और चर्चाओं की जानकारी दी. भारत के विभिन्न राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों के विधानसभा और विधान परिषद के अध्यक्ष, सांसद और भारत सरकार के अधिकारी इस दौरान मौजूद रहे.
ऑस्ट्रेलिया की गवर्नर से मुलाकात
सिडनी यात्रा के दौरान अनुराग शर्मा ने न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया की गवर्नर मार्गरेट बेज़ले से मुलाकात की. इस शिष्टाचार भेंट के दौरान अनुराग शर्मा और गवर्नर मार्गरेट बेज़ले के बीच साझा हितों और संभावित सहयोगों पर चर्चा हुई.
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