चीन पैंगोंग झील पर नए पुल के पास कर रहा है सड़क निर्माण, सैटेलाइट तस्वीरें आई सामने

सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास संभावित सड़क नेटवर्क पर काम शुरू कर दिया है.

Advertisement
सैटेलाइट इमेज सैटेलाइट इमेज

अंकित कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:07 AM IST
  • पुल का निर्माण पिछले साल सितंबर से शुरू
  • सैटेलाइट तस्वीरें आईं सामने

चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC ) के पास पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर बने नए पुल के आसपास संभावित सड़क नेटवर्क पर काम शुरू कर दिया है. इसे लेकर सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के पास उपलब्ध फोटो में कम रिज़ॉल्यूशन के चलते ये स्पष्ट रूप से पता नहीं चलता कि नए निर्माण की स्थिति क्या है. हालांकि, फोटो से पुल के दक्षिणी ओर सड़क कार्य को साफ तौर पर देखा जा सकता है. 

Advertisement

इस साल की शुरुआत में इंडिया टुडे ने बताया था कि पुल जनवरी में पूरा होने वाला था. इंडिया टुडे टीवी के पास उपलब्ध सैटेलाइट फोटो इस बात की पुष्टि करते हैं कि अप्रैल के आखिरी दो हफ्तों के दौरान नया ग्राउंड कंस्ट्रक्शन काफी हद तक सामने आया है. इससे पहले भारत सरकार ने चीन द्वारा पुल के निर्माण को 'अवैध' करार दिया था.

इस पुल का निर्माण उन क्षेत्रों में किया जा रहा था, जो 1962 से चीन के अवैध कब्जे में हैं. भारत सरकार ने इस अवैध कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है. सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि पुल का निर्माण कार्य पिछले साल सितंबर में झील के उत्तरी किनारे से शुरू हुआ था.

सरकार का आया था जवाब
पिछले दिनों सरकार ने संसद में कहा था कि चीन की ओर से पैंगोंग झील पर बनाए जा रहे एक पुल पर उसका ध्यान है. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने संसद में कहा कि भारत ने इस अवैध कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है. सरकार ने कई मौकों पर स्पष्ट किया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है और हम उम्मीद करते हैं कि पड़ोसी देश भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करेंगे.

Advertisement

बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा चीन
अगस्त 2020 में भारतीय सैनिकों की ओर से पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर कई चोटियों पर कब्जा करने के बाद चीन अपने सैन्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पैंगोंग में चीन का ये पुल सितंबर 2020 में पैंगोंग झील के दक्षिणी तट में कैलाश की चोटी पर कब्जा करने के भारतीय सेना का आक्रामक कदम का सीधा जवाब है.

चीन को भारतीय सेना से काफी खतरा महसूस हो रहा था
दरअसल, उस समय चीनी सैन्य तैनाती को भारतीय सेना से काफी खतरा महसूस हो रहा था, जिसके कारण उन्हें अन्य स्थानों से सैनिकों को वापस लाकर झील के आसपास के इलाके में तैनात करने पर मजबूर होना पड़ा था. पैंगोंग लेक पर चीन का नया पुल उस क्षेत्र में चीनी सेना को बेहतर लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराएगा और चीन को झील के किसी भी किनारे से सैनिकों को जल्द जुटाने की क्षमता देगा.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement