बांग्लादेश की सीमा से भारत में घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने भारत-बांग्लादेश की सीमा से 6 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है. पकड़े गए लोगों में 3 महिलाएं और 1 बच्चा भी शामिल है. पूछताछ के बाद उन्हें बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बल के हवाले कर दिया गया है.
BSF ने बयान जारी कर कहा कि आरोपियों को शनिवार सुबह तब पकड़ा गया, जब वे रंगघाट और जीतपुर सीमा की चौकियों को पार कर भारत की सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. कुछ घंटे की पूछताछ के बाद BSF ने सभी को उत्तर 24 परगना जिले की 2 सीमा चौकियों पर बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड को सौंप दिया.
रिश्तेदारों से मिलने आ रहे थे भारत
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने BSF को बताया कि इनमें से कुछ अपने रिश्तेदारों से मिलने भारत आ रहे थे. वहीं, कुछ ऐसे थे जो काम की तलाश में भारत आना चाहते थे. आरोपियों ने भारत आने के लिए अलग-अलग दलालों को 5 हजार से लेकर 14 हजार बांग्लादेशी टका का भुगतान किया था.
मानवीय आधार पर बांग्लादेश को सौंपा
BSF के मुताबिक पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (BGB) को सौंप दिया गया. उनकी पहचान बांग्लादेश के फरीदपुर जिले के साबूज बरैन दत्ता (73), बागेरहाट की सुजान मरिधा, सतखिरा की सकीना खातून (30), नारायणगंज के उम्माह खुलसुन, गोपालगंज की प्रोमिला मंडल (27) और उसका छोटा बेटा जय मंडल (3) के रूप में हुई है.
सबसे ज्यादा घुसपैठ बांग्लादेश से
बता दें कि भारत में घुसपैठ के सबसे ज्यादा मामले बांग्लादेश से ही आते हैं. इस पर लोकसभा में चिराग पासवान के पूछे गए सवालों का गृह मंत्रालय ने 7 दिसंबर 2021 को लिखित जवाब दिया था. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने जानकारी दी कि पिछले 3 सालों में भारत-चीन सरहद पर एक भी घुसपैठ नहीं हुई, जबकि बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए. बांग्लादेश बॉर्डर से 1787 घुसपैठ हुई, वहीं भारत-पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ बंगलादेश बॉर्डर से भी कम हुई. भारत-पाकिस्तान सीमा पर 128 बार ही घुसपैठ की गई. पिछले 3 सालों में भारत-नेपाल सीमा पर घुसपैठ के 25 मामले सामने आए. वहीं, भारत-भूटान सीमा पर घुसपैठ का एक भी मामला सामने नहीं आया. इसके साथ-साथ, भारत-म्यांमार सीमा पर घुसपैठ के 133 मामले दर्ज किए गए.
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