अयोध्या में बीजेपी 30 जनवरी से राम दर्शन यात्रा की शुरुआत कर रही है. 30 जनवरी को राजस्थान और हरियाणा से ट्रेन आएगी, जिनको नव अयोध्या टेंट सिटी में ठहराया जाएगा. जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन अलग-अलग राज्यों के 20 हजार से अधिक लोगों को रामलला के दर्शन कराए जाएंगे.
बीजेपी के मुताबिक ये अभियान 24 मार्च तक चलेगा. 1 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भी रामलाल का दर्शन करेंगे. 2 फरवरी को उत्तराखंड 3 फरवरी को राजस्थान का मंत्रिमंडल रामलीला के दर्शन करेगा. नव अयोध्या में टेंट सिटी बनाई गई है, जिसमें 20 हजार लोगों के रुकने की क्षमता है. इसमें पांच नगर बसाए जा रहे हैं. प्रत्येक में 4000 लोग रुक सकेंगे.
इसके अलावा एक टेंट सिटी हनुमान गुफा के निकट बनाई जा रही है, जिसमें ढाई हजार लोग रह सकेंगे. 21 स्थान पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 150 लोग भंडारा चलाएंगे. इसको लेकर तैयारी पूरी की जा रही है. बीजेपी की तरफ से भंडारे की शुरुआत की जा रही है.
कैसा है राम मंदिर?
22 जनवरी को पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया. इस मंदिर को पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है. मंदिर 2.7 एकड़ में बना है. ये तीन मंजिला है. इसकी लंबाई 380 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. मंदिर का प्रवेश द्वार 'सिंह द्वार' होगा. राम मंदिर में कुल 392 पिलर हैं. गर्भगृह में 160 और ऊपर में 132 खंभे हैं. मंदिर में 12 प्रवेश द्वार होंगे. सिंह द्वार के जरिए जैसे ही मंदिर में प्रवेश करेंगे, सामने आपको नृत्य मंडप, रंग मंडप और गूढ़ मंडप भी दिखेगा. मंदिर परिसर में सूर्य देवता, भगवान विष्णु और पंचदेव मंदिर भी बन रहा है.
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