रिकॉर्ड तोड़ तापमान के साथ भयंकर गर्मी से जूझ रही दिल्ली में 40 वर्षीय एक व्यक्ति की लू लगने से मौत हो गई. बिहार के दरभंगा के रहने वाले पीड़ित को सोमवार देर रात सरकारी राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके शरीर का तापमान सामान्य से लगभग 10 डिग्री अधिक यानी 108 डिग्री फ़ारेनहाइट तक बढ़ गया था.
इसके बाद उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और फिर उनकी मृत्यु हो गई. आरएमएल अस्पताल के डॉ. राजेश शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ने के कारण मरीज की किडनी और लीवर खराब हो गए थे, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.'
डॉ. शुक्ला ने कहा ने मौत की वजह गर्मी को बताया और कहा कि, अस्पताल ने उचित इलाज मुहैया कराने का हरसंभव प्रयास किया. दिल्ली पिछले कुछ दिनों से लू की चपेट में है, शहर के कम से कम तीन मौसम केंद्रों - मुंगेशपुर, नरेला और नजफगढ़ - में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो 79 वर्षों में सबसे अधिक है. 17 जून 1945 को तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस था. शहर के अन्य इलाके भी तप रहे हैं और नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 49.1 डिग्री सेल्सियस, पूसा में 49 डिग्री सेल्सियस और नरेला में 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान से शहर में गर्म हवाएं चलने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में तापमान बढ़ गया.
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