बेंगलुरु में पुलिस बनकर लूटपाट करने वाले एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. विद्यारण्यपुरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति से पुलिस अधिकारी बनकर एक लाख रुपये से अधिक की लूट के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. यह वारदात 7 दिसंबर को उस वक्त हुई, जब पीड़ित अपने घर में अकेला था.
परीक्षा में फेल होने के बाद बना नकली पुलिस अफसर
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर-पूर्व डिवीजन के डीसीपी सजीत वी जे ने बताया कि तीन आरोपी पीड़ित के घर पहुंचे थे, जिनमें से एक ने पुलिस सब-इंस्पेक्टर की वर्दी पहन रखी थी, जबकि अन्य दो ने खुद को क्राइम कॉन्स्टेबल बताया. आरोपियों ने पीड़ित पर गांजा बेचने जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया और उसे डराने-धमकाने लगे.
पुलिस अधिकारी बनकर आए आरोपियों ने पीड़ित के घर की तलाशी ली और इस दौरान घर में रखे 55 हजार रुपये नकद जब्त कर लिए. इसके अलावा उन्होंने ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए 87 हजार रुपये भी अपने खातों में डलवा लिए. इतना ही नहीं, आरोपियों ने घर की तलाशी का वीडियो भी रिकॉर्ड किया, ताकि पीड़ित को और डराया जा सके.
चार आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद पीड़ित ने विद्यारण्यपुरा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. जांच के दौरान पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से 45 हजार रुपये नकद, एक कार और एक दोपहिया वाहन भी बरामद किया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मल्लिकार्जुन एस (27), प्रमोद वी (30), विनय एच टी (36) और ऋत्विक पी (24) के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक मल्लिकार्जुन इस गिरोह का मुख्य आरोपी है और वह बल्लारी जिले का रहने वाला है. वह पहले पुलिस सब-इंस्पेक्टर बनने का उम्मीदवार रह चुका है और 2021-22 में परीक्षा भी दी थी, लेकिन चयन नहीं हो पाया.
डीसीपी के अनुसार, परीक्षा में असफल होने के बाद मल्लिकार्जुन अपने गांव सिरगुप्पा के पास पुलिस की वर्दी पहनकर खुद को अधिकारी बताने लगा. इस लूट की साजिश ऋत्विक की सूचना पर रची गई थी, जो पहले से पीड़ित पर नजर रखे हुए था. पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है.
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